जमानियां। स्थानीय कोतवाली परिसर स्थित शिव मिन्दर में मंगलवार को यूबीआई बैंक की शाखा से बीते 31 मार्च को उसकी पत्नी प्रतिमा देवी के खाते से 2 लाख 95 हजार रूपये फर्जी ढंग से निकालने को लेकर बैंक कर्मियों पर कार्यवाही न होने से क्षुब्ध होकर रिटायर फौजी और किसान रामध्यान यादव ने ब्लेड से अपने शरीर में कई गहरे घाव दिये जिसके बाद कोतवाली में हडकंप मच गया और पुलिस ने पूर्व फौजी को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। जहॉ उसका इलाज चल रहा है।
युनियन बैंक की जमानियां शाखा से उसकी पत्नी के केसीसी खाते से 2 लाख 95 हजार रूपये दूसरे के खाते में फर्जी ढंग से ट्रांसर्फर किये जाने को लेकर कई बार पत्रक और अटिमेटम देने के बाद भी पुलिस प्रशासन ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। जिसके बाद उसने कोतवाली स्थित शिव मंदिर के सामने खड़े होकर ब्लेड से अपने को घायल कर लिया। रामध्यान का आरोप है कि मंगलवार की सुबह भी वह इसी मामले को लेकर साथ कोतवाल हेमन्त कुमार सिंह से मिला तो उन्होंने उसके साथ गाली गलौच कर अपनी सरकारी वाहन से कही चले गये। जिसके बाद वह बजार से ब्लेड खरीद कर ले आया। मंदिर के अंदर जा कर ब्लेड से हाथ‚ पैर‚ पेट पर ताबड़ तोड़ वार करने लगा। जिसके बाद डियुटी पर तैनात पुलिस कर्मियो की नजर उस पर पड़ी और उन्होंने दौड़ कर उसे पकड़ लिया। जिसके बाद भी वह अपने को घायल करने का कोई मौका नहीं छोड रहा है। किसी तरह से पुलिस कर्मियों ने उसे काबू किया और टेम्पू में लाद कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गये। जहॉ चिकित्सक रूद्र कांत सिंह ने रिटायर फौजी का इलाज किया। घटना की सूचना पर उपजिलाधिकारी एवं सीओं जमानियां प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया और रामध्यान को समझाया। इस दौरान उपजिलाधिकारी विनय कुमार गुप्ता ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर नये सिरे से जांच कर पिडित की मद्द करने का प्रयास किया जा रहा है और उसकी मांगों को गंभीरता से देखा जा रहा है। वही कोतवाल हेमन्त कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में पूर्व में जांच कर मुकदमा दर्ज है। जिसकी चार्जशीट भी न्यायालय में पेश कर दी गयी है। जिलाधिकारी के आदेश पर पुनः जांच की जा रही है।
यह कोई पहला मामला नही है जब फौजी ने किया आत्मदाह का प्रयास
जमानियां। स्थानीय तहसील स्थित एसडीएम कार्यालय में फसल के मुआवजे की मांग को लेकर 10 जून 2016 की दोपहर करीब 2 बजे रिटायर फौजी रामध्यान यादव ने अपने हाथ की नस काट लिया था। जिसके बाद उसे मुआवजे की रकम तहसील की ओर से मुहैया करायी गयी।
दिये गये कई बार आवेदन और किया गया धरना प्रदर्शन
2 जून को बैंक के सामने फर्जी तरीके से पैसा निकालने को लेकर दिया बैंक कर्मियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन ।
13 जून को दिया एसडीएम को पत्रक सौंप कर 26 जून को पत्नी के साथ आत्मदाह की चेतावनी।
26 अक्टूबर को दिया पत्रक देकर 28 तारीख को गाय के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी।