जमानियां। कोतवाली क्षेत्र के ढढनी गांव निवासी 28 वर्षीय जितेन्द्र की शनिवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन पर अचानक तबीयत खराब हुई और कुछ ही पल में उसकी मौत हो गयी। वह अपनी माता के साथ स्टेशन पर वाराणसी जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ढढ़नी गांव के रहने वाले 28 वर्षीय जितेंद्र अपनी मां गीता के साथ वाराणसी इलाज के लिए घर से निकले और स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का दोनों इंतजार कर रहे थे। इस दौरान जितेंद्र की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ ही पल में उसकी मौत हो गयी। जिसके बाद माता गीता अपने पुत्र जितेंद्र का शव पकड़ कर दहाड़ मार कर रोने लगी। महिला को रोते बिलकते देख आस पास यात्रियों की भीड़ लग गयी। जितेन्द्र की माता गीता ने बताया कि मजदूरी करने के दौरान उसके पैर में चोट लग गया था और बीते पांच दिनों से वह काम पर नही जा रहा था। युवक के पैर में सूजन आ गया था। इसी का इलाज कराने के लिए वह वाराणसी जा रही थी। आस पास के लोगों ने महिला से पता पुछ कर परिजनों को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने जितेन्द्र का शव लेकर बिना रेलवे अथवा पुलिस प्रशासन को सूचना दिये घर चले गये। वही रेलवे मुख्य गेट पास हुई इस घटना के बाद भी रेलवे का कोई अधिकारी कर्मचारी मौके पर नही पहुंचा और न ही किसी ने पिडित महिला के पुत्र का मद्द ही किया। एक घंटे से अधिक समय तक महिला प्लेटफार्म पर शव लेकर बैठी रही और रोती बिलकती रही। इस संबंध में स्टेशन मास्टर गनेश सिंह ने बताया कि घटना की सूचना देर में मिली जैसे ही सूचना मिली मौके पर पहुंचे तब तक महिला अपने पुत्र को लेकर चली गयी थी। आस पास लोगों से पता किया गया तो पता चला कि अभी माता और पुत्र प्लेटफार्म पर पहुंचे थे टिकट नही कटा था। तब तक घटना हुई और कुछ ही देर के बाद शव लेकर परिजन चले गये।