रामचन्द्र का जीवन आदर्श जीवन था-अखिलेश मिश्रा

रामचन्द्र का जीवन आदर्श जीवन था-अखिलेश मिश्रा

मरदह।क्षेत्र के गोविन्दपुर कीरत गांव में श्री श्री 108 संत लखन दास नागा बाबा मंदिर पुराना पोखरा हनुमान मंदिर के परिसर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा सत्संग प्रवचन के पांचवे दिन वृंदावन धाम से पधारे अखिलेश मिश्रा ने कहा कि “धर्म-अध्यात्म” रामचन्द्र का जीवन आदर्श जीवन था।

इस समय भारत के श्रृंखलाबद्ध इतिहास की अप्राप्यता में यदि भारतीय अपना मस्तक समुन्नत जातियों के समक्ष ऊंचा उठा कर चल सकते हैं, तो महात्मा राम के आदर्श चरित की विद्यमानता है। यदि प्राचीनतम ऐतिहासिक जाति होने का गौरव उनको प्राप्त है तो सूर्य कुल-कमल-दिवाकर राम की अनुकरणीय पावनी जीवनी की प्रस्तुति से मर्यादा पुरुषोत्तम राम का विश्व के महापुरुषों में सर्वोत्तम स्मरणीय चरित्र यदि किसी मनुष्य को धर्म का साक्षात् स्वरुप देखना हो तो उसे वाल्मीकि रामायण का अध्ययन करना चाहिये।श्री राम का चरित्र वस्तुतः आदर्श धर्मात्मा का जीवन चरित्र है। महर्षि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना करके वस्तुतः श्री रामचन्द्र जी के काल में प्रचलित धर्म व संस्कृति विद्यमान बनाया है।कथा प्रवचन सत्संग में दूरदराज के श्रद्धालु हजारों की संख्या में पहुंचकर जय श्रीराम जय श्रीराम सीताराम सीताराम उद्घोघष से पूरा वातावरण को भक्तिमय बना दिया।उक्त कार्यक्रम में राजेंद्र गुप्ता बंभ भोला , राणाप्रताप सिंह , राधिका यादव , राजू यादव , बिरजू यादव , जितेन्द्र यादव , इन्द्रासन यादव , बहादुर यादव , विजयबहादुर यादव , सुबेदार यादव , ग्राम प्रधान सविता यादव , पंडित विरेन्द्र पुजारी , प्रधान प्रतिनिधि वीरेंद्र यादव , मंतोष यादव , चतुर्भुज चौबे , राकेश यादव , राजेश चौहान आदि लोग मौजूद रहे