राष्ट्रीय एकता दिवस पर स्वयं सेवक-सेविकाओं को दिलाई गई शपथ

राष्ट्रीय एकता दिवस पर स्वयं सेवक-सेविकाओं को दिलाई गई शपथ

ज़मानियाँ।स्टेशन बाजार स्थित हिन्दू स्नातकोत्तर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम का शानदार आयोजन किया गया।

सर्वप्रथम लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर उपस्थित गणमान्य लोगों द्वारा माल्यार्पण कर नमन किया गया। ततपश्चात कार्यक्रम में उपस्थित स्वयं सेवक, स्वयं सेविकाओं व एन. सी.सी.कैडेटों, रोवर्स रेंजर्स को शपथ दिलाई गई।

शपथ पश्चात रन फ़ॉर यूनिटी कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित दौड़ कार्यक्रम के प्रतिभागियों को हरी झंडी दिखाकर प्राचार्य डॉ. देवेंद्र नाथ सिंह , स्वच्छता मिशन के प्रभारी डॉ. शरद कुमार,महाविद्यालय महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. श्रीमती विमला देवी, आई. क्यू. ए. सी.सेल के प्रभारी डॉ. अरुण कुमार, रोवर्स प्रभारी डॉ. संजय कुमार सिंह, एन. एस.एस. के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. ए. के.एस. शास्त्री ने संयुक्त रूप से किया। एकता दौड़ में शामिल युवा स्टेशन बाज़ार क्षेत्र में एकता सन्देश वाहक बने। इस कार्यक्रम के लिए स्वयं सेवक आशुतोष कुमार सिंह, मोहम्मद शमीम तथा एन. सी.सी.के सोनू सिंह यादव, दुर्गेश कुमार एवं धनवती को पारितोषिक हेतु चुना गया। रन फ़ॉर यूनिटी के पश्चात ‘राष्ट्र निर्माण में सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमिका ‘ शीर्षक संगोष्ठी का आयोजन संगोष्ठी भवन में किया गया। विषय प्रवर्तन करते हुए गांधीवादी चिंतक, राजनीतिक विश्लेषक प्रो.मदन गोपाल सिन्हा ने किया । उन्होंने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की कार्यकुशलता, ईमानदारी, राष्ट्रभक्ति एवं सामाजिक -आर्थिक सरोकारों की विस्तार से चर्चा की। डॉ. सिन्हा ने आचार्य नरेंद्र देव को जन्म दिवस पर तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी को शहादत दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. डी. एन. सिंह ने कहा कि महान स्वाधीनता संग्राम सेनानी, आज़ाद भारत के प्रथम गृहमंत्री, उपप्रधानमंत्री , आजादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भू- राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने वाले आदरणीय पटेल को लौह पुरुष की संज्ञा प्राप्त है। उन्होंने अपने को भारत मां का सच्चा सपूत प्रमाणित किया था। ऐसे महापुरुष को मैं कृतज्ञ नमन करता हूं और देश की एकता अखण्डता अक्षुण्ण रखने के लिए उनके मार्ग के अनुसरण की अपील करता हूं। इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को वैचारिक एवं क्रियात्मक रूप में एक नई दिशा देने के कारण सरदार पटेल ने राजनीति इतिहास में एक गौरव पूर्ण स्थान प्राप्त किया। वास्तव में वे आधुनिक भारत के शिल्पी थे। उनके कठोर व्यक्तित्व में विस्मार्क जैसी संगठन कुशलता, कौटिल्य जैसी राजनीतिक सत्ता एवं राष्ट्रीय एकता के प्रति अब्राहम लिंकन जैसी अटूट निष्ठा थी। जिस अदम्य उत्साह से उन्होंने नवजात गणराज्य की प्रारंभिक कठिनाइयों का समाधान किया उसके कारण विश्व के राजनीतिक मानचित्र पर उन्होंने अपना अमिट स्थान बना लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के वरिष्ठतम प्राध्यापक प्रो.शरद कुमार एवं संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने किया। कार्यक्रम में हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. सुरेन्द्र तिवारी, डॉ. शशि नाथ सिंह, डॉ. ओमप्रकाश लाल श्रीवास्तव, ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रदीप कुमार सिंह, कमलेश प्रसाद, सूरज कुमार जायसवाल, इंद्रभान सिंह, रवि उद्यान,संतोष कुमार शर्मा आदि उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के दो सौ स्वयं सेवक, सेविकाएं, एन. सी.सी.कैडेट, रोवर्स रेंजर्स सहित महाविद्यालय परिवार के प्राध्यापक कर्मचारी उपस्थित रहे।