जमानियाँ। क्षेत्र के दाउदपुर ग्राम स्थित प्रगतिशील कृषक अंगद सिंह के यहाँ गुरुवार को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के द्वारा नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन के अन्तर्गत किसानो को प्रशिक्षण दिया गया तथा उसके पश्चयात एस पी आई डब्लू डी संस्था द्वारा टैबलेट के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा ली गयी।
दो सप्ताह से चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षक अरविन्द सिंह ने किसानों को जानकारी देते हुये कहा कि भारत एक हजार वर्षो से कृषि क्षेत्र में पूरे विश्व में अग्रणी रहा है।हरित क्रान्ति के नाम पर किसान रसायनिक खाद व दवाइयों का अन्धाधुन्य प्रयोग कर देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर तो कर दिया गया लेकिन इन रसायनिक तत्वों के कारण गम्भीर बिमारीया उत्पन्न हो गयी।प्रगतिशील प्रान्त पंजाब में कैसर जैसे भयानक विमारी से ज्यादा लोग पिड़ित है।आर्गेनिक फार्मिग के तहत जैविक खेती को विकसित करने का प्रयास प्रधानमंत्री कौशल विकाश योजना के तहत किया जा रहा है।सामूहिक जैविक खेती में कम्पोस्ट खाद,जिवामृत,पंचद्रव्य,वी कम्पोजर,ट्राइकोड्रर्म,पी एस बी,राइजोवियम एजेक्टोवेक्टर एवं वायो खाद का प्रयोग खेती को बेहतर किया जा सकता हैै।
एस पी आई डब्लू डी संस्था ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके किसानों का टैबलेट के द्वारा ऑनलाइन परीक्षा लिया।परीक्षा में 40 किसान उपस्थित रहे।परीक्षक सुधीर कुमार श्रीवास्तव व हरीश ने बताया कि परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले किसानों को प्रमाण पत्र व अन्य सुविधाए दी जायेगी।उक्त मौके पर श्यामनरायण सिंह, अनिल सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, उपेन्द्र सिंह, बद्री सिंह, लालबहादुर सिंह, भोला तिवारी, अंगद सिंह, बच्चूलाल साह, हरेन्द्र सिंह, राजू आदि लोग उपस्थित रहे।