जमानियां। शासन की अधूरी पड़ी परियोजनाओं एवं विकास कार्यो की सच्चाई को जानने के लिए शुक्रवार को वाराणसी के अपर आयुक्त प्रथम अजय कुमार अवस्थी ने विभिन्न विभागों द्वारा कराये गये कार्यो का स्थलीय सत्यापन एवं निरिक्षण किया गया। आयुक्त के निरीक्षण में बरूईन गांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्थाओं की पोल खुल गयी। अस्पताल में व्याप्त दुव्यवस्थाओं को देख काफी नाराज हुए। वही नगर पालिका के अस्थाई गौ-वंश आश्रम को देख प्रशन्ना व्यक्त की।जिससे हडकंप मचा रहा।
आयुक्त अजय कुमार अवस्थी, उपजिलाधिकारी रमेश मौर्य एवं तहसीलदार आलोक कुमार के साथ क्षेत्र के बुरूईन गांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। जहां उन्होंनें शौचालय की साफ सफाई, दवा के स्टोर रूम सहित अन्य स्थानों पर लाईट की व्यवस्था ठीक न होने पर फटकार लगायी। दवा के स्टाक रजिस्टर, ओपीडी रजिस्टर आदि की भी जांच की। जिसमें कई कमियां पायी गयी। वही मौजूद लोगों ने शिकायत की कि डाक्टर साहब प्रतिदिन अस्पताल में नही बैठते है। जिस पर उन्होंने डां आनंद से जवाब तलब किया। अस्पताल के लेब में पानी की व्यवस्था नही मिली और रखा जग, बाल्टी आदि बहुत गंदी मिली। जिस पर वे विफर पड़े और नाराजगी व्यक्त की। जिसके बाद काफीला क्रय विक्रय की जांच की जहां सब कुछ सही पाया गया। जिसके बाद चक्काबांध गांव स्थित चौधरी चरण सिहं पंप कैनाल पहुंचे। जहॉ 8 पंप में से 5 पंप चलते हुए तथा अन्य तीन खराब मिले। जिसके बाद 25 करोड की लागत से पंप और मोटर को बदलने वाली परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी ली और सिंचाई विभाग द्वारा कराये गये अधूरे बडे कार्यो को देखा। जिसमें बडेसर गांव स्थित पक्का घाट के बारे में जानकारी ली और काफीला नगर के बलुआ घाट पहुंचा। जहां उन्होंने गंगा घाट और शमशान घाट का निरीक्षण किया गया। घाट पर सुंदरीकरण का अभाव एवं अधूरा बड़ा शमशान घाट को नोट कर फोटोग्राफी की। शमशान घाट और पक्का घाट के बीच नगर पालिका द्वारा बनये गये अधूरे पड़े पक्का घाट को देखा। इस संबंध में अपर आयुक्त अजय कुमार अवस्थी ने बताया कि शासन की मंशा है कि अधूरे पडे कार्यो को पूरा किया जाए। इसी को लेकर निरीक्षण किया गया है। सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कई कमियां पायी गयी है। जिसकी जांच कर दोषी के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। बताया कि सिचाई विभाग की कई परियोजनाये धनाभाव में आधी अधूरी पड़ी है। जिसके बारे में आयुक्त के माध्यम से शासन को भेजा जाएगा। तहसील दिवस के कार्य संतोष जनक है।