गाज़ीपुर। स्वास्थ्य विभाग की ओर से और शासन के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने हेतु 20 जून से 5 जुलाई तक प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना पखवाड़ा के अंतर्गत विशेष अभियान चलाया जाएगा।
जिसकी प्रगति को लेकर शासन स्तर पर हर रोज़ समीक्षा की जाएगी जिससे विभाग द्वारा सक्रियता से अभियान के दौरान योजना के अंतर्गत शत-प्रतिशत महिलाओं की स्क्रीनिंग की जा सके। हाल ही में सिफ़्प्सा निदेशक ने सूबे के सभी मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र जारी किया है जिसमें उन्होने योजना के तहत जिले के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने हेतु 20 जून से 5 जुलाई तक पखवाड़ा चलाये जाने का निर्देश दिया है।जिला कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) शिव कुमार यादव ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पहली बार गर्भवती हुयी महिलाओं को तीन चरण में 5000 रुपये कि धनराशि दी जाती है। शासन की ओर से जिले में जनवरी 2017 से 11 जून तक महिला लाभार्थियों की संख्या 42,270 निर्धारित की गयी है। इस दौरान अभी तक 29,712 लाभार्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है। जिले में अब तक लगभग 70 फीसदी का लक्षय पूरा किया जा चुका है।डीसीपीएम ने बताया कि इस कार्यक्रम का मूल्यांकन सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय से किया जा रहा है जिससे लक्ष्य को निर्धारित समय सीमा के भीतर ही पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही पखवाड़े का शासन स्तर पर प्रतिदिन समीक्षा एवं मूल्यांकन किया जाएगा। पखवाड़े में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले तीन जनपदों को प्रदेश स्तर का प्रशस्ति पत्र देते हुये सम्मानित दिया जाएगा।मुख्य चिकित्साधिकारी ने सभी के चिकित्साधीक्षक एवं प्रभारी चिकित्साधीक्षकों को निर्देश दिया है कि इस 15 दिवसीय पखवाड़े के अंतर्गत प्रतिदिन 100 गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण अवश्य कराएं जिससे शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति हो सके। पीएमएमवीवाई योजना, महिलाओं के कल्याण से जुड़ी एक बेहद अहम योजना है जिसके लिए राज्य स्तर पर प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है।
महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए इस योजना की हुयी शुरूआत
यह योजना पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के लिए है। वहीं यह योजना गर्भवती महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए बनाई गयी है। इसके तहत पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किश्त के रूप में एक हजार रूपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर (गर्भावस्था के छह माह बाद) दूसरी किश्त के रूप में दो हजार रूपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किश्त के रूप में दो हजार रूपये दिए जाते हैं। ये सारे भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं जिसका आधार से लिंक होना जरुरी है। इस योजना का लाभ सही-सही पात्र लोगों को मिल सके इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गयी है।