खेत का अवशेष जलाने से सड़क किनारे लगे पौधे झुलसे

खेत का अवशेष जलाने से सड़क किनारे लगे पौधे झुलसे

सेवराई । हरित क्रांति के अंतर्गत किसानों को अपने खेत का अवशेष एवं खरपतवार नहीं जलाने के शासन का सख्त निर्देश के बावजूद भी किसानों द्वारा खेतो में अवशेष एवं खरपतवार धड़ल्ले से जलाए जा रहे हैं।

गहमर थाना के देवल कर्मनाशा पुल के समीप रोड के दोनों तरफ वन विभाग द्वारा पौधे लगाए गए हैं जो कुछ पौधे बड़े हैं तो कुछ छोटे हैं वही बगल में किसान अपने खेत का अवशेष एवं खरपतवार जला दिया जिससे वह आग की लपटें रोड के किनारे वन विभाग द्वारा लगाए गए पौधों में आग पकड़ लेने के कारण वन विभाग द्वारा लगाए गए करीब 200 पौधे जल गए एवं कुछ पौधे झुलस गए हैं।हरित क्रांति के अंतर्गत कोई भी किसान अपने खेत में अवशेष एवं खरपतवार नहीं जला सकता लेकिन शासन के आदेश के बावजूद भी किसान नहीं मान रहे हैं । क्षेत्र में किसानों द्वारा अवशेष एवं खरपतवार जलाने की वजह से जहां वन विभाग द्वारा लगाए गए पौधे जल गए हैं वही अवशेष जलने की वजह से पर्यावरण पर भी कुप्रभाव पड़ रहा है।केंद्र व राज्य सरकारें पौधा लगाने के लिए पानी की तरह रुपया बहा रही है एवं ग्राम स्तर से हर गांव में पौधा लगाने का सरकारी योजना बना रही है कि प्रधानों द्वारा समाजिक स्थल पर अधिक से अधिक पौधे लगाए जा जिससे पर्यावरण शुद्ध रखा जा सके । वहीं कुछ लोगों द्वारा खेतों का खरपतवार एवं अवशेष जलाकर पर्यावरण दूषित किया जा रहा है।खेत में अवशेष जलने की वजह से खेत की उर्वरा शक्ति एवं खेत के पौधों के मित्र कीटाणु भी मर जाते हैं।इस संबंध में वन विभाग रेंजर जमानिया तौफिक हुसैन ने कहा कि अभी हम नहीं आए हैं मौका पर जाकर देखते हैं अगर पौधे जले होंगे तो बरसात के समय नए पौधे लगाए जाएंगे।