राष्ट्रवाद की जड़ों को किया गहरा

राष्ट्रवाद की जड़ों को किया गहरा

जमानियां। तहसील मुख्यालय स्थित रामचंद्र बाल भारती विद्यालय में रविवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस सादगी पूर्वक मनाया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत उनके चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अध्यक्षता करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता रमाशंकर उपाध्याय ने कहा कि डा. मुखर्जी महान स्वन्त्रता संग्राम सेनानी विख्यात बैरिस्टर और सबसे कम उम्र में कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने थे। उन्होंने एक देश में दो विधान और दो प्रधान की नीति का कड़ा प्रतिकार किया था। और तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के सामने जम्मु कश्मीर के विषय पर कड़ी आपत्ति जताया था। कश्मीर में गिरफ्तारी के बाद उनको बिना कोर्ट में पेश किए जेल भेज दिया गया। वहां उनको इलाज की सुविधा नहीं दी गई। नेहरू सरकार ने साजिश कर उनकी हत्या करा दिया। लेकिन उनके बलिदान और विचार ने देश में राष्ट्रवाद की जड़ों को इतना गहरा कर दिया है कि आज करोड़ों लोग भारतीय संस्कृति और राष्ट्र के गौरव को आगे बढ़ाने में योगदान कर रहे हैं। इनके अलावा कवि कुमार शैलेंद्र सुनील सिंह, ने भी विचार व्यक्त किया। इस मौके पर जयप्रकाश गुप्ता, तारकेश्वर वर्मा, श्रीकुमार वर्मा, राकेश प्रजापति, मौलाना गयासुद्दीन, अभय सोनी, संजय जायसवाल, अरविंद वर्मा, आदि मौजूद रहे। संचालन अनिल कुमार गुप्ता ने किया।