ग़ाज़ीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा चलाए जाने वाली 108,102 एंबुलेंस और एएलएस एंबुलेंस को और हाईटेक करने के लिए विभाग के द्वारा रोज नए-नए कवायद किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब जनपद में चलने वाले सभी एंबुलेंस जो जीपीएस से जुड़े होने के साथ ही मोबाइल ऐप के जरिए कंट्रोल किए जाएंगे। आज 108 मोबाइल एप का ट्रेनिंग सभी एंबुलेंस चलाने वाले चालकों को दिया गया। इस दौरान विभाग की तरफ से मोबाइल और बायोमैट्रिक डिवाइस भी उपलब्ध कराया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में नोडल अधिकारी डॉ डीपी सिन्हा की अध्यक्षता में इस ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस दौरान एंबुलेंस को चलाने वाले ड्राइवरों को मोबाइल एप के जरिए कैसे लोकेशन पर पहुंचा जाए और उन्हें समय रहते कैसे इलाज दिलाया जाए इस बात की बारीकी से जिला प्रभारी रवि सिंह ने ड्राइवरों को बताया।रीजनल मैनेजर अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि जिले की सभी 108 और 102 एम्बुलेंस मोबाइल एप से लैस और जीपीएस से कनेक्ट कर दिया गया है। इस मोबाइल एप से एंबुलेंस की वर्तमान लोकेशन का पता चलेगा। और सही समय पर नजदीक के एंबुलेंस को केस ट्रांसफर किया जा सकेगा। मोबाइल ऐप के लांच हो जाने से मरीजों के रिस्पांस टाइम में काफी सुधार हो जाएगा।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य ने बताया कि जनपद में एंबुलेंस की सेवा को बेहतर करने के लिए अभी पिछले दिनों 10 नहीं एम्बुलेंस विभाग को मिल चुकी है ।और अब 108 की 37, 102 की 42 और एएलएस की तीन एंबुलेंस जनपद के मरीजों को अपनी सुविधा दे रही है ।साथ ही उन्होंने बताया की इससे अब लाइव मॉनिटरिंग विभाग और मुख्यालय के द्वारा आसानी से किया जा सकता है।108 एंबुलेंस के जिला प्रभारी रवि सिंह ने बताया कि 2012 में उत्तर प्रदेश सरकार ने यह योजना शुरू किया था। जिससे 2016 में 40786, 2017 में 35 841, 2018 में 37097 लोग लाभान्वित हो चुके हैं । वहीं 102 एंबुलेंस जिसकी सेवा 2014 से शुरू हुई थी इससे 2016 में 168938, 2017 में 116581, 2018 में 131387 लोगों ने इसका लाभ उठाया है।आज के इस ट्रेनिंग के अवसर पर डॉ आर के सिन्हा, सीएमएस डॉ एस एसएन प्रसाद, आर एम अभिषेक त्रिपाठी, प्रोग्राम मैनेजर प्रवीण श्रीवास्तव ,जिला प्रभारी रवि सिंह दीपक राय और राजवीर वर्मा उपस्थित रहे