प्रदेश सरकार की तुगलगी फरमान से पशुपालक त्रस्त-पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह

प्रदेश सरकार की तुगलगी फरमान से पशुपालक त्रस्त-पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह

गाजीपुर।शासन की तुगलगी फरमान से नगर निगम वाराणसी के पशु पालक परेशान हो गये है।शासन ने निर्देश दिया है कि यथाशीघ्र नगर निगम के क्षेत्र में खुले खटाल नगर सीमा से बाहर किये जाये।इस फरमान पर पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने मिडिया से मुखातिब होते हुये कहा कि शराब की दुकाने बढ़ रही है।शरीर व दिल-दिमाग को बर्बाद करने वाला यह शराब प्रत्येक गली व चौराहे पर खुल गया है।शरीर व दिल-दिमाग को मजबूत करने वाला दूध को दूर किया जा रहा है।शासन शराब दुकानों को बढ़ावा दे रही है। दूध गाय व भैसों के पालन करने से प्राप्त हो सकता है।

गाय व भैस नगर निगम के क्षेत्र से बाहर हो जायेगे तो दूध की किल्लत हो जायेगी और किल्लत होने से दूध महंगा भी हो जायेगा।जिससे शरीर बर्बाद होता है वह शहर में रहे तथा जिससे शरीर पुष्ट होता है वह शहर से दूर रहे यह शासन का कैसा न्याय है।दूध को कलयुग का अमृत माना जाता है।जिसको सभी धर्म अमृत मानते है।दूध से बने वाराणसी का मिठाई,लस्सी,रबड़ी,मलाई जो पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।जो दूध के आभाव में अपना पहचान खो देगा।दूध बच्चों से लगायत साधु-सन्यासी व आमजन की आवश्यक्ता है।आगे उन्होंने कहा कि वाराणसी का विकाश सुनियोजित तरीके से हो सकता है।कैन्टोमेन्ट एरिया को महादेवा मंदिर कैथी तथा जिला जेल को शहर से दूर करने की जरूरत है व कचहरी को जिला जेल में हस्तान्तरित करने की आवश्यक्ता है।खटाल के लिए भी सुनियोजित ब्यवस्था करने की जरूरत है।तभी बेहतर विकाश हो सकता है।पशुधन से किसान मजबूत होता है।जब पशुधन नही रहेगा तो किसानों में मजबूती नही आ सकती है।भाजपा की सरकार गाय की सिर्फ बात करती है,सेवा नही करती है।आज अस्थाई गौ आश्रम में पशु दम तोड़ रहे है।इससे उनको कुछ लेना देना नही है।प्रदेश पशुधन में पिछड़ता जा रहा है।दूध का उत्पादन कम हुआ है।ऐसे में शासन का यह फरमान प्रदेश को दूध उत्पादन में और कमजोर करेगा।उक्त अवसर पर प्रमोद यादव,मिठ्ठू सिंह,गोपी सिंह,राजू,गांधी आदि लोग उपस्थित रहे।