ग़ाज़ीपुर।उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह गुरुवार को जिला चिकित्सालय और जिला महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण करने आए थे। इस दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय में सभी वार्डों में, इमरजेंसी में, औषधि केंद्र में घूम-घूम कर सारी व्यवस्थाओं को देखा और मरीजों से बात की। इसके बाद वे महिला अस्पताल भी गए और वहां पर जाकर मरीजों से और चिकित्सकों से बातचीत की और वहां का हाल जाना।
जिला अस्पताल के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने माना कि देश भर में 6 लाख चिकित्सकों की कमी है और इस वजह से यूपी के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी है। जनपद में रेडियोलॉजिस्ट की कमी के बारे में उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में रेडियोलॉजिस्ट के 900 से ज्यादा पद है लेकिन उत्तर प्रदेश में वर्तमान में मात्र 117 रेडियोलॉजिस्ट ही काम कर रहे हैं।उन्होंने नीति आयोग की रिपोर्ट पर कहा कि ये रिपोर्ट 2017 की थी और उस समय हमारी सरकार नही थी हालांकि उन्होंने कहा है कि हमने काफी सुधार कर लिया ।कुछ एक बिंदु हैं जिसे हम जल्द ही दूर कर लेंगे।मंत्री ने यह माना कि चिकित्सकों की कमी आने वाले 3 साल में दूर कर दी जाएगी क्योंकि मोदी और योगी सरकार मेडिकल कॉलेज खोल रही है और 13 मेडिकल कॉलेज और नए खुलने से चिकित्सकों की संख्या बढ़ेगी तो उत्तर प्रदेश में भी चिकित्सकों की व्यवस्था सुचारू रूप से रहेगी। उन्होंने इसको ठीक करने के लिए टेलीमेडिसिन आदि बातों का भी हवाला दिया और उन्होंने कई स्वास्थ्य सेवाओं के अपनी सरकार में दुरुस्त करने की बात भी कही।इस दौरान मंत्री जी से जिला महिला अस्पताल में 100 बेड के तैयार अस्पताल के बारे में जिसका लोकार्पण होने के बाद भी अब तक शुरू नहीं किया गया है इस पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि जनपद में मेडिकल कॉलेज खुलने वाला है उसमें उसे जोड़ लिया जाएगा।निरीक्षण करने के पश्चात स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह सर्किट हाउस पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग के विभागीय अधिकारियों के साथ योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक भी किया । इस समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी सी मौर्य, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ आर के सिन्हा ,ए सीएमओ डॉ के के वर्मा, डीपीएम प्रभुनाथ, सीएमएस डॉ एसएन प्रसाद के साथ ही स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे।