अपनी दुरदर्शा पर आंसू बहा रहा है अस्‍थाई गौवंश आश्रय स्‍थल

अपनी दुरदर्शा पर आंसू बहा रहा है अस्‍थाई गौवंश आश्रय स्‍थल

जमानियां। स्‍थानीय नगर स्थित पशु चिकित्सालय में बना अस्‍थाई गौवंश आश्रय स्‍थल धनाभाव में अपनी दुरदर्शा पर आंसू बहा रहा है। आश्रय स्‍थल में बडे जानवर छोटे पशुओं पर हमला कर रहे है, तो वही गायों को खुले आसमान के नीचे बांध कर रखा गया है।

इस अस्‍थाई गौवंश आश्रय स्‍थल में करीब 95 पशु पंजीकृत है। जिसमें 14 गाय है। गौवंश आश्रय स्‍थल पर सुविधाओं का अभाव है। जिस कारण से गायों को आश्रय स्‍थल के बाहर खुले आसमान के नीचे रखा जा रहा है। बारिस का मौसम है और गायों को बाहर रखने से कई प्रकार की बीमारी होने का खतरा बना हुआ है। इतना ही नही आश्रय स्‍थल के मवेशियों को खाने के लिए रखा गया भूसा भी खुले में है। वाराणसी के अपर आयुक्‍त प्रथम अजय कुमार अवस्‍थी ने बीते 14 जून एवं मुख्‍य चिकित्‍साधिकारी विद्याशंकर त्रिपाठी ने 18 जूलाई को अपने निरीक्षण में बडे और छोटे जानवरो को अलग अलग रखे जाने का निर्देश दिया। लेकिन अभी तक किसी भी समस्‍या का निदान नही किया गया है। आये दिन बडे जानवर छोटे जानवरों पर हमला कर देते है। जिससे कईयों की मौत हो चुकी है। वही आश्रय स्‍थल के एक ओर की बाउंड्री वाल टुटी हुई है। लोगों का कहना है कि अस्‍थाई तौर पर ही गायों के लिए शेड बनाया जाए ताकि धूप, बारिस आदि से उन्‍हें बचाया जा सके। इस संबंध में कर निरीक्षक विजय शंकर राय ने बताया कि धनाभाव के कारण कुछ परेशानी आ रही है। जिसको लेकर उच्‍चाधिकारीयों से वार्ता लगातार की जा रही है जल्‍द समस्‍या को दूर कर ली जाएगी।