मां का दूध श्रेष्ठ हीं नहीं,जीवन रक्षक भी होता है-उषा देवी

मां का दूध श्रेष्ठ हीं नहीं,जीवन रक्षक भी होता है-उषा देवी

ज़मानियां। नगर के प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र पर गुरूवार काे मॉ कार्यक्रम के तहत आशाओं को स्तनपान कराने से होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से बताया और क्षेत्र कि महिलाओं को जागरूक करने का प्रशिक्षण दिया गया।

आयोजित मां कार्यक्रम में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज से आई ट्रेनर उषा देवी ने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरूआत 5 अगस्‍त 2016 में की गयी थी। जिसका उद्देश्‍य महिलाओं को स्तनपान के लाभों से अवगत कराना है। उन्‍होंने कहा कि सबसे ज्यादा पोषक तत्व मां के दूध में होते हैं, जो बच्चों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। छह से आठ महीने तक बच्चे के लिए मां का दूध श्रेष्ठ हीं नहीं,जीवन रक्षक भी होता है। उन्होंने उपस्थित सभी आशाओं को अपने-अपने क्षेत्र में महिलाओं को स्तनापान के बारे में जागरूक कने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव पर विशेष ध्यान दें। स्वास्थ्य केंद्र से दूर वाले क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को बच्चा होने से दो-तीन दिन पहले की अस्पताल में भर्ती कराएं। गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान दें। वही स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र प्रभारी डां रूद्रकान्‍त सिंह ने कहा कि स्तनपान, मृत्यु, बीमारी और गरीबी से लड़ने में बच्चे का पहला टीकाकरण है। लोगों में जागरूकता फैला कर मिथकों और गलत धारणाओं को दूर किया जाना चाहिए। इस अवसर पर पुष्पा यादव, निर्मला जायसवाल, आरती देवी, रीना देवी, सितारा देवी, इंद्रा देवी, प्रतिभा शर्मा, उर्मिला देवी, आदि आशा एवं आशा संगनी उपस्थित रही।