जनपद में 31 लाख 43 हजार 360 पौधरोपण कराने लक्ष्य

जनपद में 31 लाख 43 हजार 360 पौधरोपण कराने लक्ष्य

गाजीपुर। मुख्यमंत्री उ0प्र0 द्वारा दिये गये निर्देशो के क्रम में आगामी वर्षा काल में बृहद स्तर पर अभियान चलाकर जुलाई के प्रथम सप्ताह (01 जुलाई से 07 जुलाई 2020 ) में वन महोत्सव के अवसर पर एक ही दिन में 25 करोड़ पौधरोपण कार्यक्रम ‘‘ 25 करोड़ वृक्षारोपण मिशन‘‘ 2020 को जैविक पद्धति केन्द्रित मिशन बनाया जा रहा है।

इस क्रम शनिवार प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी प्रभाग गाजीपुर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने प्रेस कॉन्फ्रेस के माध्यम से पत्र प्रतिनिधियों से वार्ता कर बताया कि जनपद में 31 लाख 43 हजार 360 पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है।
वृक्षारोपण हेतु जनपद के विभिन्न विकास खण्डो के 26 नर्सरियों में 60.84 लाख पौधो को तैयार किया गया है। इस लक्ष्य में सर्वाधिक पौधरोपण ग्राम विकास विभाग को 1256800 पौधे, वन विभाग को 1081500 एवं 11275 पौधे गंगा नदी से पाच सौ मीटर दोनो तरफ लगाये जा रहे है।
उन्होने बताया कि जनपद में 26 विभागो के माध्यम से दिये गये लक्ष्य के सापेक्ष पौध रोपण किया जाना है। जिसमें पर्यावरण विभाग को 54100 , राजस्व विभाग 142100 पौधे, पंचायती राज विभाग को 142100, आवास विभाग 4600, औद्योगिक विकास को 2800, नगर विकास विभाग को 16600, लोक निर्माण विभाग 7000, जल शक्ति विभाग को 7000, रेशम विभाग को 20100, कृषि विभाग को 240740, पशुपालन विभाग को 4500, सहकारिता विभाग को 5700, उद्योग विभाग 6000, विद्युत विभाग 3800, माध्यमिक शिक्षा विभाग 2860, बेसिक शिक्षा विभाग 2860, प्राविधिक शिक्षा 4100, उच्च शिक्षा विभाग 15600, श्रम विभाग 2200, स्वास्थ्य विभाग को 7100, परिवहन विभाग को 2200, रेलवे विभाग को 14900, रक्षा विभाग को 4600, उद्यान विभाग को 86500 और पुलिस विभाग को 5000 पौधरोपण का लक्ष्य दिया गया है। जिसमें शीशम, जामुन, अर्जुन, सहजन, खैर, गुटैल, सागौन, सिरस, कंजी, बरगद, आम, अमरूद, बास, पीपल, पाकड़ आदि पौधे सहित आठ औषधीय प्रजाति जिसमें खस, लेमनग्रास, वच, कालमेघ, तुलसी, बेल, सतावर, आवला मिलाकर कुल 53 प्रजातियो के पौधे शामिल है। जिनका निरीक्षण डा0 राजीव मिश्रा वन संरक्षक वाराणसी एंव कमलेश कुमार मंख्य वन
संरक्षक प्रयागराज एंव अन्य उच्च अधिकारियों द्वारा किया गया।
उन्होने बताया कि पौधरोपण कार्यक्रम को कुपोषण एंव जैवविविधता पर केन्द्रित करते हुए वृक्षारोपण अभियान की तैयारियां की गई है। जिसमें विशेषकर महिलाओं व बच्चो में कुपोषण की समस्या देखते हुए वृक्षारोपण मिशन 2020 के अन्तर्गत जनपद के प्रत्येक ग्राम के आवास के परिसर में सहजन का पौधा अनिवार्य रूप से रोपित किया जायेगा। इस हेतु विभागीय पौधशाओ मे सहजन के 2.52 लाख से अधिक पौधे उपलब्ध है। सहजन की पत्तियों एवं फलो में कैल्शियम, आयरन, विटामिन ए बी सी व डी तथा प्रोटीन प्रचुर मात्रा में
पाया जाता है। सहजन के पत्तियों बीज व फल से गठिया, मधुमेय, चर्मरोग सहित विकातर के रोगो की औषधियां तैयार होती है। पर्यावरण संरक्षण, जैवविविधता, एवं प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर वायरस व बैक्टीरिया जनित रोगो का सामना करने हेतु अमरूद, शहतूत, जामुन, ऑवला, बेल, बहेड़ा, महुआ, आम, इमली, सहित 18 से अधिक फलदार प्रजातियों के लगभग 6048 लाख पौधे विभागीय
पौधशालाओं में उगाए गए है।
उन्होने बताया कि पौधो को समुचित पोषण तत्व उपलब्ध कराकर पौधो को स्वस्थ व उच्च वृद्धि दर प्राप्त करने के लिए गाजीपुर की पौधशालाओ व पौधरोपण विभिन्न क्षेत्रो में पौधो को कम्पोस्ट खाद दी जा रही है। पौधो के लिए कम्पोस्ट खाद का क्रय निराश्रित गोवंश अस्थलो से किया जा रहा है ।वृक्षारोपण मिशन 2020 जैविक पद्धति केन्द्रित होने के परिणाम स्वरूप एक ओर पर्यापवरण प्रदूषण में कमी आएगी वही दूसरी ओर कम्पोस्ट खाद बिक्री से गोवंश स्थलो को स्थाई आय का श्रोत उपलब्ध होगा। नर्सरी एंव वृक्षारोपण में पौधो को पोषक तत्व देने के लिए जीवमृत का निर्णाण नर्सरियो में किया जा रहा है। जीवामृत/कम्पोस्ट का उपयोग सभी नर्सरियों में बडे़ पैमाने पर किया जा रहा है। नर्सरियो में जैविक कीट नाशक का प्रयोग भी बडे पैमाने पर शुरू किया गया है जिसका उपयोग वृक्षारोपण में किया जायेगा।