आमरण अनशन पर बैठे माले कार्यकर्ता

आमरण अनशन पर बैठे माले कार्यकर्ता

जमानियां। कोतवाली क्षेत्र के तियरी गांव के दलित बस्ती के पास पानी निकासी की व्यवस्था कराने, गड़ही से पानी निकलने से रोकने वाले को दंडित करने आदि के सवालों को लेकर भाकपा (माले) कार्यकर्ताओ के साथ साम प्यारी देवी, रामू राम ने गरूवार को आमरण अनशन शुरू कर दिया।

अनशन स्थल पर ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के सचिव विजयी वनबासी ने कहा कि किसी भी स्थिति में गड़ही‚ तालाब पर अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। यदि कही अतिक्रमण है तो उसे खाली कराने की जिम्मेदारी तहसील को सौंपी गयी है लेकिन तियरी में दलित बस्ती के पास स्थित गड़ही पर अवैध अतिक्रमण है। जिसकेा प्रशासन छिपा रहा है। इस अतिक्रमण की वजह से गड़ही का पानी भर जाने से पानी निकासी की समस्या खडी हो गयी है। पूर्व में पानी आसानी से निकलता था लेकिन कुछ सामंती ताकतों ने जमानियां के एक उपनिरीक्षक की  मिली भगत से निकास को बंद करावा दिया है। कहा कि गडही पर अवैध अतिक्रमण से गली में जल जमाव हो गया है और बराबर संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका बना रहता है। उन्होंने अवैध अतिक्रमण करने वाले को दंडित करने तथा अवैध कब्जा हटाकर जल निकासी की व्यवस्था कराने की मांग की। उन्होंने चेताया कि अगर मांगे समय रहते पूरी नहीं हुई तो हम लोग सड़क पर उतरने को बाध्य होगे। वर्तमान समय में हम लोग आमरण अनशन पर बैठे है जब तक मांगे पूरी नहीं होगी हम लोग नहीं हिलेंगे। अनशन को बुच्चीलाल ,विनोद ,वकील , परीखा कुशवाहा ने सम्बोधित किया।