ग्रामीणों ने छुट्टा आवारा पशुओं को प्राथमिक विद्यालय में बांधकर किया प्रदर्शन

ग्रामीणों ने छुट्टा आवारा पशुओं को प्राथमिक विद्यालय में बांधकर किया प्रदर्शन

मरदह।क्षेत्र बहलोलपुर गांव में उस समय अफरा तफरी का माहौल बन गया जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजीव भारती ने स्कूल खोलना चाहा तो ग्रामीणों के विरोध के आगे नहीं खुल सका और पूरे विद्यालय समय में छात्र छात्राएँ बगल के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के परिसर में शिक्षण कार्य लिए।

छुट्टा आवारा पशुओं के आतंक से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है।ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय, जिला मुख्यालय, मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल पर दर्जनों बार शिकायत किया परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई तो।पशुओं को प्राथमिक विद्यालय में बंद कर घंटों प्रर्दशन किया।तब जाकर प्रशासन जागा और समाधान हुआ।प्रदर्शन कर रहे लोगों में भोलू पाण्डेय, राज सिहं, विवेक सिंह, निगम सिहं, बृजेश सिंह, चन्दन विश्वकर्मा, गुड्डू सिहं, झंडू पटेल, लालू पटेल, मखंचू पाण्डेय, आनंद सिंह, काजू सिंह,राजू सिहं, बलराम सिंह, अनिल सिंह, संजय सिंह, नन्हे सिहं, विजय विश्वकर्मा, अभिषेक सिंह, ह्रदय सिहं, दयानंद सिहं, रामविजय सिहं, अश्वनी सिहं, रामनिवास कुशवाहा, अश्वनी शर्मा,रणधीर सिहं, मंगला पटवा ने कहा कि छुट्टा आवारा पशुओं द्वारा हताशा फसल बर्बादी ने किसानों को तबाह कर रखा है।भाजपा से मोदी योगी सरकार द्वारा गोवंश पूर्ण प्रतिबंध पशु व्यापार पर रोक लगाने और पशुओं की खरीद बिक्री करने वाले किसानों व्यापारियों की गुंडों द्वारा हमले और पुलिस उत्पीड़न के कारण गाय बछड़ा वन्य पशु छुट्टा घूम रहे हैं।उनकी तादाद खतरनाक रूप से बढ़ती जा रही है।जिसके चलते सैकड़ों किसान मजदूरों ने मिलकर 36 की संख्या में पशुओं को शुक्रवार की रात व शनिवार की सुबह को खेतों से पकङ कर क्षेत्र के बहलोलपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय परिसर में आश्रय देकर तालाबंदी कर दी गई।जब शनिवार को सुबह विद्यालय के प्रधानाध्यापक स्कूल खोलने विद्यालय पहुंचे तो देखा कि तालाबंदी व परिसर में पशुओं का जमावड़ा हुआ है।तो अपने उच्चधिकारियों  को सूचना दी।तो उन्होंने थानाध्यक्ष दुल्लहपुर राजेश त्रिपाठी को सूचित किया जिसके बाद दल बल के साथ थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचें और ताला खुलवाने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया।मौके की नजाकत को देखते हुए कासीमाबाद एसडीएम मंसा राम वर्मा अपने मातहतों संग पहुंचें और ग्रामीणों की मांग को मानने हुए तत्काल सभी पशुओं को मुक्त कराकर गौ आश्रय कासीमाबाद तहसील के बङौरा मिल में भेजवाआ तब जाकर मामला शांत हुआ।इस मौके पर उप पशु चिकित्साधिकारी डां रविन्द्र प्रसाद, तहसीलदार विराग पाण्डेय, बीडीओ रामविलास राम, एडीओ पंचायत नरेन्द्र कुमार दूबे,डां विनोद कुमार, सचिव रमेशचन्द्र,लेकपाल रीता यादव, राजस्व निरीक्षक जयप्रकाश सिहं, चितरंजन चौहान, जितेन्द्र यादव आदि लोग मौजूद रहे।