बैक कर्मीयों की लापरवाही,उपभोक्ताओं पर पड़ा भारी

बैक कर्मीयों की लापरवाही,उपभोक्ताओं पर पड़ा भारी

सेवराई।बैंकों में क्षेत्रीय लोग अपनी बचत करके आवश्यकता पड़ने पर जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी मेहनत की छोटी मोटी बचत करके जमा करते हैं कि समय आने पर काम आएगी लेकिन इसे दुर्भाग्य कहें या संयोग की बैंक में पैसा होने के बावजूद भी जब ग्राहको को अपनी बचत की गई पुंजी जरूरत के समय नहीं मिल पा रही है तो इसे क्या कहेंगे सिस्टम का दोष या बैंक कर्मचारियों की लापरवाही!

सेवराई तहसील क्षेत्र के काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक भदौरा में पैसा होने के बावजूद भी पैसा निकालने की पर्ची सोमवार को नहीं होने के कारण उपभोक्ताओं को निराश होकर बैरंग वापस घर लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा । काशी गोमती ग्रामीण बैंक में सोमवार को पैसा निकासी की पर्ची नहीं होने के कारण दूरदराज से आए महिला , विकलांग, वृद्ध आदि उपभोक्ताओं को बिना पैसा निकाले ही घर वापस होने के लिए मजबूर होना पड़ा । शाखा प्रबंधक द्वारा ग्राहकों के हो हल्ला करने के बाद मुख्य द्वार पर अंदर से ताला जड़ दिया गया । जिससे नाराज ग्राहकों ने ताला बंद किए गए गेट पर ही खड़ा होकर प्रदर्शन शुरू कर दिए और जमकर बैंक कर्मियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी इस संदर्भ में शाखा प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि दोपहर तक रुपए निकालने की पर्ची उपलब्ध थी दोपहर बाद पर्ची खत्म होने के कारण पैसा देने में असमर्थ था । उल्टे शाखा प्रबंधक द्वारा उल्टे ग्राहकों पर ही आरोप लगाया गया कि पैसा निकालने की पर्ची ग्राहक घर ले करके चले जाते हैं जिससे पर्ची की कमी हो गई ।