अकीदत और एहतराम से मनाया गया संत गुलाम साबिर शाह का उर्स

अकीदत और एहतराम से मनाया गया संत गुलाम साबिर शाह का उर्स

जमानियां । क्षेत्र के देवैथा गांव स्थित संत गुलाम साबिर शाह की 53 वां उर्स गुरुवार की रात्रि अकीदत और एहतराम के साथ मनाया गया। अकीदतमंदों ने मजार पर चादर पोशी कर मुल्क की तरक्की एवं अमन की दुआ की।

इसके बाद तीन चादर गद्दी से उठाकर जायरीनों ने गांव में स्थित मुस्तफा मियां, सैयद दादा और शाह कमाल दादा मजार पर चादरपोशी किया।इसके बाद गद्दी पर दुआखानी के लिए अकीदतमंदों की भीड़ लगी रही। उर्स स्थल पर रात्रि में मेला जैसा नजारा रहा।रात्रि में कव्वाल नाज वारसी वाराणसी ने नबी की शान में एवं कव्वाल बच्चा मोहसिन कादरी गाजीपुरी ने संत गुलाम साबिर शाह की शान कव्वाली पेश कर पूरी रात जायरीनों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान आफताब ख़ां ने कहा कि अल्लाह इल्मे दीन हासिल करने वालों से बेहद खुश होता है। इसलिए आपको चाहिए की इल्मे दीन खुद भी हासिल करें और घरवालों को भी सिखाएं। इस्लाम की सारी शिक्षा इंसानियत के लिए है। इस अवसर पर बदरूदोजा ख़ां, फख़रूलहोदा ख़ां, डॉ फरीद शफक़ ग़ाज़ीपुरी, इरशाद ख़ां, सलीम ख़ान, कल्लू ख़ां, हसनैन प्रधान, एकराम ख़ां, अबुबकर बेचन ख़ां, जफरूलहोदा ख़ां, कुँअर मुहम्मद नसीम रज़ा ख़ां, लड्डन ख़ां, इफ्तिखार ख़ां, शहबान मियां आदि मौजूद थे।