गाजीपुर। देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने को लेकर प्रधानमंत्री के विजन को पूरा ज़ोर दिया जा रहा है । राज्यपाल आंनदी बेन पटेल ने भी पिछले दिनों वेटरनेरी विवि में आयोजित कार्यक्रम में क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लेने और उनकी देखभाल की अपील की थी । इसके मद्देनजर जनपद में बच्चों को गोद लेने की पहल शुरू की जा चुकी है जिसका उद्देश्य बच्चों की देखरेख एवं खानपान सुधारने पर जोर देना रहेगा । प्रतिमाह उनके घर जाकर परिजनों से बातचीत एवं सहयोग भी देना होगा । इसके लिए जिला क्षय विभाग स्वयं सेवी संगठनों, समाज सेवियों से संपर्क करेगा ।
इसको लेकर जनपद के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों ने भी क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लेने की कोशिश शुरू कर दी है । इस क्रम में एसीएमओ व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ के के वर्मा ने मनिहारी ब्लॉक के दो बच्चों, डॉ डीपी सिन्हा ने भदौरा ब्लाक के दो बच्चों को गोद लिया है। इसके साथ ही क्षय रोग विभाग में कार्यरत सभी कर्मचारियों ने भी भी एक-एक बच्चे को गोद लेकर उनके स्वास्थ्य की देखरेख करने का कार्य शुरू कर दिया है ।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ के के वर्मा ने बताया कि बच्चों को गोद लेने का उद्देश उनकी उचित देखभाल और इलाज करना है जिससे प्रधानमंत्री के विज़न को पूरा किया जा सके। उन्होने बताया कि क्षय रोग विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों को पूर्व में विभाग के द्वारा टेबलेट उपलब्ध कराया गया था । वहीं अब टेबलेट को सुरक्षित रखने के लिए शासन की ओर से बैग भी उपलब्ध कराया गया है जिसे सभी कर्मचारियों में वितरित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि बैग प्राप्त करने वालों में टीबी यूनिट के एसटीएस, एसडीएलएस, डीपीटीसी, पीपीएम, डीईओ, डीपीसी के साथ ही अन्य सभी कर्मचारी शामिल रहे हैं।