ग़ाज़ीपुर। यह माह पोषण माह के रूप में पूरे प्रदेश में मनाया जा रहा है जिसकी मॉनिटरिंग खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा की जा रही है। इसी को लेकर शुक्रवार को सदर ब्लॉक के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ सदर एसडीएम सत्यप्रिय सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी।
एसडीएम सत्यप्रिय सिंह ने बताया इस वर्ष पोषण माह की थीम ‘पूरक आहार’ है। जन्म से लेकर छः माह तक के शिशु के लिए माँ का दूध ही उसके लिए संपूर्ण आहार होता है। छः माह के बाद बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए माँ के दूध के साथ पूरक आहार जैसे खिचड़ी, गाढ़ी दाल, मीठा व नमकीन दलिया आदि अत्यंत आवश्यक होता है। बच्चों में कुपोषण का मुख्य कारण समय से व उचित मात्रा में पूरक आहार न मिल पाना है। इसको लेकर एसडीएम ने बैठक में मौजूद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से उनके केन्द्रों पर लाल और पीले श्रेणी के कुपोषित बच्चों की जानकारी ली गयी जिसमें सभी ने अपने केंद्र के अंतर्गत कुपोषित बच्चों की संख्या बताई। इसके मद्देनजर सदर ब्लाक में करीब 200 कुपोषित बच्चों की संख्या है।
इस दौरान एसडीएम ने सभी सीडीपीओ और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से उनके केंद्र पर वजन मशीन को लेकर जानकारी ली जिसमें कुछ केन्द्रों पर वजन मशीन नहीं है। इसके लिए उन्होने जल्द से जल्द मशीन खरीदने के निर्देश दिये। वहीं सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उनके क्षेत्रों में चिन्हित किए गए कुपोषित बच्चों को जिला अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) पहुंचाने की बात कही। एनआरसी में बच्चों के साथ उसकी मां को भी रखा जाता है जिसके लिए मां को ₹50 प्रतिदिन दिया जाता है। एसडीएम ने एनआरसी केंद्र पर कुपोषित बच्चों के नहीं पहुंचने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा इस पोषण माह में की जा रही गतिविधियों की प्रगति के बारे में अवगत कराएं और साथ ही प्रत्येक दिन का फोटो पोर्टल पर डालना भी आवश्यक है।
एसडीएम ने बताया पोषण मिशन छः विभागों शिक्षा विभाग, पंचायती राज, खाद्य एवं रसद, ग्राम्य विकास एवं स्वास्थ्य विभाग शामिल है और इन सभी विभागों की जिम्मेदारी है कि शासन के द्वारा चल रही योजनाओं का लाभ कुपोषित बच्चों को प्राथमिकता के तौर पर उपलब्ध कराएं जिससे जनपद को कुपोषण मुक्त बनाया जा सके। इसके लिए कुपोषित बच्चों के परिवार को शौंचालय, राशन कार्ड, आवास आदि की सुविधा दी जाए।
इसके अलावा मरदह ब्लॉक स्तरीय कन्वर्जेंस बैठक जिला समाज कल्याण अधिकारी जितेंद्र मोहन शुक्ल की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। उन्होने बताया विभिन्न विभागों जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, खाद्य एंव रसद तथा आईसीडीएस विभाग की मुख्य भूमिका है तथा सभी को मिलकर पोषण माह को सफल बनाने की जिम्मेदारी मिली है।
ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर प्रेम प्रकाश राय ने कहा इस वर्ष पोषण माह के पांच महत्वपूर्ण घटक बच्चों के जीवन के प्रथम हजार दिन, एनीमिया की रोकथाम, दस्त नियंत्रण, हैण्ड वाश और उपरी आहार पर विशेष जागरूकता अभियान व गतिविधियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।इस अवसर पर एडीओ पंचायत नर्वदेश्वर सिंह और सीडीपीओ रामपति गुप्ता ने अपने विचार रखे।