वैश्विक महामारी के समय देश में सबसे कम हुई जनहानि-प्रभारी मंत्री

वैश्विक महामारी के समय देश में सबसे कम हुई जनहानि-प्रभारी मंत्री

ग़ाज़ीपुर। राज्य मंत्री, संसदीय कार्य/ग्राम्य विकास एवं समग्र विकास विभाग, एवं जनपद प्रभारी उ0प्र0 आनन्द स्वरूप शुक्ल ने रविवार को निरीक्षण गृह लोक निर्माण विभाग गाजीपुर में प्रेस प्रतिनिधियों से प्रेस कांनफ्रेन्स के माध्यम से बताया कि भारत सरकार के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा 01 फरवरी, 2021 को प्रस्तुत किया गया।

इस लोक कल्याणकारी वजट के लिए उन्होने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं वित्त मंत्री भारत सरकार का अभिनन्दन व्यक्त करते हुए बताया कि इस लोकहितकारी, सर्वोपरी बजट को लेकर इस वैश्विक संकट के दौर में बजट को लेकर लोगो में अनेको प्रकार की भ्रांतियां उत्पन्न हो रही थी लेकिन प्रधानमंत्री के कुशल मार्ग निर्देशन में देश की वित्त मंत्री ने एक ऐसा बजट प्रस्तुत किया जिसे देश के हर वर्ग जिसमे युवा वर्ग, किसान, अंसगठित क्षेत्र के श्रमिक, व्यवसायी, उद्योगपति, रक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ, स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञो के साथ डब्ल्यू एच ओ ने भी सराहा है। भारत दुनिया में आबादी के क्षेत्र में दूसरे नम्बर पर है लेकिन आबादी के अनुपात में हमारे देश मे मृत्यु दर बहुत की कम रहा। रिकवरी रेट 97 से 98 प्रतिशत रही। उन्होने बताया कि इस बजट में सर्वाधिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो 137 प्रतिशत बजट की वृद्धि की गयी है जिसे 94 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2 लाख 23 हजार 862 करोड़ की व्यवस्था की गयी है। साथ में ढ़ाचागत विकास के लिए 5 लाख 54 हजार करोड़, ग्रामीण क्षेत्रो में 40 हजार करोड़ की व्यवस्था की गयी है। जो सराहना योग्य है। साथ ही उन्होने यह भी बताया कि डिजिटल जनगणना होने जा रहा है। इसके लिए भी सरकार द्वारा साढ़े तीन हजार करोड़ बजट की व्यवस्था की गयी है। इस वजट के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र, निजी क्षेत्रों तक रोजगार के अवसर में वृद्धि होगी। उन्होने बताया कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए न्यूनतम सर्मथन मूल्य को जारी रखते हुए जो हमारी ए.पी.एम.सी. मण्डीयां हैं उनमें से अधिकांश को टीम.एम.पोर्टल से जोड़ते हुए हाईटेक किया जा रहा है। तथा इससे किसानों को अवसर देते हुए जो कृषि का उत्पादन है जिसमें गेहूॅ ,चावल, गन्ना, एवं अन्य सरप्लस उत्पादक होता है और वही जो खाद्य योग्य तेल है जिसका 65 प्रतिशत तक आयात करना होता है। इसी संतुलन को समाप्त करने के लिए जो कृषि सुधार अधिनियम लागू किये गये है। इस बजट में प्राविधान किया गया है कि जो आयात हो रहा है। उसे हम हतोत्साहित करें, और अपने स्थानीय उत्पादकों के उत्पाद को अच्छा अवसर दे सके। भारत दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश होने के बाद भी वैश्विक महामारी मे इस देश मे सबसे कम जनहानि हुई तथा इस महामारी पर जल्द ही काबू कर लिया गया। सरकार ने पूरे देश मे जल जीवन मिशन मे कार्य शुरू किया है जिसमे 500 करोड़ रू0 बजट प्राविधानित किया गया है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगो हेतु राशि बढा दी गयी है जिससे यहा उद्योगो को बढावा मिल सके। उन्होने जनपद नगरीय क्षेत्रो के सड़कों के सम्बन्ध में बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की नजर समस्त क्षेत्रों में है, जो गतवर्ष 2020-21 में कोरोना -19 महामारी के कारण विकास के अनेक कार्य वाधित हुए है लेकिन
22 फरवरी को 2021 प्रदेश सरकार आने वाले वजट मे इन विन्दुओ पर ध्यान दिया जायेगा