यातायात माह के नाम पर हो रही खाना पूर्ति

यातायात माह के नाम पर हो रही खाना पूर्ति

जमानियां। यातायात माह का शोर कम हो गया है, सड़कों पर वाहनों की चेकिंग के बीच क्षेत्र की सड़कें बेकसूरों के खून से लाल हो गईं। पिछले एक माह में क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में हुए भयंकर सड़क हादसों में करीब पांच से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी लेकिन जनजागरूकता तथा चालकों को ट्रैफिक नियमों का पाठ पढ़ाने तथा नियम का उल्लंघन करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के नाम पर महज खानापूर्ति ही की गई। यही वजह है कि यातायात माह में सड़क हादसों का सिलसिला बदस्तूर जारी है और यातायात पुलिस को इसकी तनिक भी परवाह नहीं है।

हांलाकि पुलिस विभाग मुठ्ठी भर पुलिस बल को लेकर यातायात माह को देखते हुए चेकिंग अभियान के साथ लोगों को जागरूक कर रही है लेकिन यह कार्यवाही ऊंट के मुंह में जीरा ही साबित हो रही है। बुधवार की दोपहर स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी ओमकार तिवारी ने वाहन चेकिंग अभियान चलाया। जिसमें वाहन चालकों को रोक कर उनके वाहन के कागजात आदि की जांच पड़ताल की। गांधी चौक में आने जाने वाले वाहन चालकों में हड़कंप की स्थिति बनी रही। इस दौरान बगैर हेलमेट के वाहन चालकों को कठोर हिदायत दे कर छोड़ दिया गया। यातायात के नियम बताने के साथ ही बगैर हेलमेट के वाहन न चलाना, वाहन चलाते समय फोन पर बात नहीं करने, कान में ईयरफोन न लगाने, तीन सवारी के साथ बाइक न चलाने, अत्यधिक तीव्र गति से वाहन न चलाने का निर्देश देकर वाहन चालकों को जागरूक किया गया। मुठ्ठी भर पुलिस के लिए कानून व्‍यवस्‍था बनाये रखने की कड़ी चुनौती से कम नहीं है।