जमानियां। कोतवाली क्षेत्र के देवैथा गांव में वैक्सीनेशन के लिए पहुंची स्वास्थ्य टीम के साथ ग्राम प्रधान सहित गांव के कुछ लोगों द्वारा शनिवार को की गई अभद्रता के मामले में पुलिस के कड़े तेवर से ग्राम प्रधान ने स्वास्थ्य विभाग की टीम से माफी मांगकर पूर्णावृति न होने का आश्वासन दिया। जिस पर स्वास्थ्यकर्मियों ने माफ करते हुए मामला को समाप्त किया।
ज्ञात हो कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से स्वास्थ्य कर्मियों कि टीम देवैथा गांव शनिवार को पहुंची थी। जहां सुबह से स्वास्थ्य कर्मियों ने गांव के करीब 50 लोगों को वैक्सीन लगाई। शाम के समय 4 लोग पहुंचे और वैक्सीन लगाने का दबाव बनाने लगे। मौजूद एएनएम शीला श्रीवास्तव‚ एएनएम गीता देवी सहित अन्य लोगों ने समझाया कि एक वायल में दस डोज है और कम से कम 7 से 8 लोग होने पर ही व्याल खोला जा सकता है। ताकि वैक्सीन कि बर्बादी न हो। जिस पर वैक्सीन लगाने आये लोग भड़क गए और वहां गाली गलौज करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों का मोबाइल छीन लिया। जिसके बाद किसी तरह से स्वास्थ्य कर्मी वहां से जान बचा कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और बाद में कोतवाली पहुंच कर मामले की तहरीर कोतवाली में दी गयी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने गांव में दबिश देकर रविवार को देवैथा के ग्राम प्रधान गयासुद्दीन सहित अन्य अज्ञात लोगों को पकड़ कर कोतवाली ले आई। जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मी भी मौके पर पहुंचे और करीब दो घंटे तक ग्राम प्रधान द्वारा विभिन्न तर्क दिये गये। लेकिन स्वास्थ्य कर्मी नहीं माने। जिसके बाद उन्होंने हाथ जोड़ कर सभी से एक एक कर अपनी गलती कि माफी मांगी। वही उनके हाथ जोडते ही स्वास्थ्य कर्मियों ने भी हाथ जोड़ कर उनके भाव को सहजता से स्वीकार किया और मामले को रफा दफा करने का अनुरोध किया। इस संबंध में इस संबंध में प्रभारी कोतवाल अमित पाण्डेय ने बताया कि देवैथा गांव में वैक्सीन लगाने को लेकर कुछ विवाद के मामले में दोनों पक्ष ने सुलह समझौता कर लिया है। इस अवसर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ रूद्रकांत सिंह‚ धनंजय तिवारी‚ एएनएम शीला श्रीवास्तव‚ एएनएम गीता देवी‚ ड्राईवर भुआली खरवार आदि सहित अन्य लोग मौजूद रहे।