गाजीपुर। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान 12 से 25 जुलाई के बीच चले दस्तक अभियान के दौरान जिले में टीबी (क्षय) रोगियों को खोजने पर भी जोर दिया गया । इस अभियान में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता (फ्रंट लाइन वर्कर्स) की मुख्य जिम्मेदारी थी और इसी जिम्मेदारी के तहत प्रशिक्षित फ्रंट लाइन वर्कर्स घर-घर भ्रमण कर विभिन्न रोगों के नियंत्रण व उपचार की जानकारी प्रदान करने के लिए प्रचार-प्रसार एवं व्यवहार परिर्वतन गतिविधियां का संचालन किया । इसके चलते अभियान के तहत जनपद में 36 नए टीबी मरीजों को चिन्हित करने के साथ ही विभाग ने उनका तत्काल इलाज शुरू कर दिया है ।
जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि दस्तक अभियान में लक्षण युक्त 138 मरीज चिन्हित किए गए थे, जिसमें से जांच उपरांत 36 व्यक्ति पॉज़िटिव पाए गए। सभी मरीजों का तत्काल इलाज शुरू करते हुए इन्हें निक्षय पोषण योजना के तहत रजिस्टर्ड किया गया। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्रों में लक्षण युक्त मरीजों को चिन्हित किया। इसकी जानकारी ब्लॉक के एसटीएस को दिया जिसके पश्चात एसटीएस और एटीएलएस ने जांच की। उन्होंने बताया कि इस अभियान में नगर से 4, करंडा ब्लॉक से 1, रेवतीपुर से 1, मोहम्मदाबाद से 2, गोड़उर से 1, कासिमाबाद से 2, बाराचवर से 2, मरदह से 1, जखनिया से 5 ,सादात से 1, मनिहारी से 2, सैदपुर से 2, देवकली से 1, भदौरा से 3, जमानिया से 6, सुभाकरपुर से1 व बिरनो ब्लॉक से 1 मरीज पॉज़िटिव मिले ।
डॉ मिथिलेश ने बताया कि 1 अप्रैल 2021 से 30 जून 2021 तक जनपद में 362 मरीजों को चिन्हित किया गया है, जिनका इलाज नि:शुल्क शुरू कर दिया गया है। इसमें से 240 मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत करीब 88000 का भुगतान किया जा चुका है। जिन लोगों का खाता नंबर नहीं मिल पाया या किन्हीं कारणों से उनका इस योजना के तहत अब तक लाभ नहीं मिल पाया है। उन सभी लोगों के लिए विभाग उनका पूरा डाटा लेकर भुगतान भेजने की तैयारी में लगा हुआ है।