कर्मनाशा का तटवर्ती इलाके बाढ़ की चपेट में, जलस्तर बढ़ने से मची तबाही

कर्मनाशा का तटवर्ती इलाके बाढ़ की चपेट में, जलस्तर बढ़ने से मची तबाही

जमानियाँ। कर्मनाशा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की विभीषिका में दर्जनों गॉव चपेट में आ गये तथा सम्पर्क मार्ग डूब जाने से आवागमन बन्द हो गया है। बिहार राज्य को जोड़ने वाला देवढ़ी पुल व बड़ऊरा पुल का सम्पर्क मार्ग पूरी तरह से डूब जाने से दोनों राज्य का सम्पर्क टूट गया है तथा नाव ही एक मात्र साधन बना हुआ है। जलस्तर बढ़ने से ग्रामीण अपने पशुओं को लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुँच गये तथा जिन लोगों का रिहायसी मकान बाढ़ के पानी से डूब गया वे प्राथमिक विद्यालय में शरण लिए हुए है। हॉलाकि शनिवार की सुबह से ही धीमी गति से जलस्तर घट रहा है। जिससे बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों ने राहत की सॉस ली।

क्षेत्र के ग्राम गायघाट, रायपुर, घुस्का, कसेरूवा, रोहुणा, धिनपुरा पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गया है तथा दाउदपुर, करमहरी, देवढ़ी, नेवादा आदि गावों के पास तक बाढ़ का पानी आ गया है। गायघाट व रोहुणा गाँव के पशुपालक मुख्य मार्ग पर अपने अपने पशुओं को लेकर अपना रावटी बना लिए है। गॉव में चारों तरफ पानी लग गया है तथा लोग अपने घरों में घिरे हुए है। ग्राम घुस्का का मल्लाह बस्ती व हरिजन बस्ती पूरी तरह बाढ़ की चपेट में आ गया है तथा रिहायसी मकान में भी पानी घुस गया है जिससे कई परिवार अपने पशुओं व सभी सामनों के साथ गॉव के प्राथमिक विद्यालय में शरण लिए हुए है। धान की पूरी फसल बर्बाद होने के आसार बन गये है। जलस्तर बढ़ जाने से ग्रामीणों में परेशानी बढ़ी हुयी है। किसी को फसल की चिन्ता है तो किसी को घर गृहस्थी बचाने की चिन्ता है। हालांकि धीमी गति से जलस्तर कम होने से ग्रामीणों में राहत है। ग्रामीणों ने बताया कि जलस्तर कम हो रहा है ऐसे ही कम होता रहा तो ज्यादा पानी कम हो जायेगा। तहसील के आला अधिकारीयों के निर्देश पर लेखपाल लगातार सम्बधित गाँवों का दौरा कर रहे है तथा ग्रामीणों से वार्ता कर अधिकारीयों को सूचित कर रहे है।