नगसर(गाजीपुर)। क्षेत्र के सोनहरिया वन स्थित सिद्धनाथ बाबा आश्रम परिसर के सुरम्य वातावरण में लोक गायन और काव्य के साथ- साथ ग्राम्य पत्रकारिता से जुड़े लोगों को शांति- सदभावना सम्मान और पत्रकारिता से जुड़े लोगो को “गाजीपुर पत्रकारिता दर्पण सम्मान” देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का उदघाट्न शुभ उद्घाटन एवं सम्मान प्रख्यात समाजसेवी श्रीप्रकाश कुमार श्रीवास्तव गणेश (काशी), शिक्षाविद डाॅ सुभाषचंद्र एवं नगसर नेवाजू राय के ग्राम प्रधान विवेक राय व प्रमुख अतिथि ने संयुक्त रूप से किया।
पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा (सामाजिक संस्था) एवं हिंदी साहित्य भारती (साहित्यिक संस्था) के संयुक्त तत्वधान में श्रीप्रकाश कुमार श्रीवास्तव गणेश (प्रख्यात समाजसेवी काशी), डाॅ सुभाष चंद्र (प्रख्यात शिक्षाविद्) एवं नगसर नेवाजूराय के ग्राम प्रधान -विवेक राय प्रमुख अतिथिद्वय के गरिमामयी उपस्थिति में सोनहरियाॅ ग्राम प्रधान राकेश राय एवं असाॅव के ग्राम प्रधान श्री प्रकाश तिवारी पप्पू, विशिष्ट अतिथि बिहार सरकार के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी शिवचंद्र सिंह के अध्यक्षता में कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक के प्रमुख संयोजन में समाजसेवी पत्रकार राममनोज तिवारी के स्वागत संयोजन में “काव्य गायन महाकुंभ” का आयोजन के दौरान गाजीपुर शांति सद्भावना सम्मान करोना काल में जरूरतमंद मरीजों को ब्लड एवं प्लाज्मा के साथ-साथ और जरूरी सामानों को सुलभ करवाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले युवा कवि यशवंत यादव तथा अन्य लोगों को अति विशिष्ट सम्मान के साथ सम्मानित किया गया।
गाजीपुर पत्रकारिता दर्पण सम्मान पत्रकारिता क्षेत्र से जुड़े लोगों को भेंट किया गया। उक्त अवसर पर प्रमुख अतिथिद्वय ने अपने -अपने संबोधन के दौरान कहा कि मानवहितार्थ समर्पित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों के साथ साथ पत्रकारिता क्षेत्र से जुड़े लोग विशेष रूप दर्पण के समान है। जो निष्पक्ष मानव समाज का आईना अपने प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से प्रदर्शित करते रहते हैं।
जिसमें कवि गण जयप्रकाश वैष्णोय काका भारती, शशांक शेखर त्रिपाठी एडवोकेट, राकेश चंद्र पाठक महाकाल उपस्थित रहे! स्वागताध्यक्ष पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा के राष्ट्रीय संगठन प्रमुख -पवन कुमार सिंह एडवोकेट थे।
काव्य महाकुंभ का आयोजन अवध के प्रख्यात कवि सुख मंगल सिंह मंगल के अध्यक्षता एवं कवि कुमार प्रवीण के संचालन में प्रारंभ हुआ। जिसमें कवि फजीहत गहमरी, इंद्रजीत निर्भीक ,राकेश यादव मौन, दिलीप कुमार चौहान बागी, कृष्णानंद दुबे गोपाल, चंद्रभूषण पांडेय, जयप्रकाश वैष्णोय काका भारती बिजनौर, राणा रणजीत बासु की” कबले चली ए भइया, आपस मे मार कटौवल” ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को लोटपोट कर दिया।
गायन महाकुंभ में यूपी के गौरव लोक गायक सत्येंद्र यादव रिंकू, भजन एवं गजल गायक संतोष तिवारी बबलू एवं शिवांश तिवारी हर्ष ने अपनी गायिका से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।