ग़ाज़ीपुर। प्रोत्साहन योजना के तहत आंगनबाडी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ने से जहां खुशी है वहीं ध्यान देने वाली बात यह है कि उनका मानदेय दो श्रेणी में विभाजित है। जो भी आंगनबाडी कार्यकर्ता दोनों श्रेणी पूरा करेंगी। उन्हें सितंबर में बढ़े हुये मानदेय का भुगतान किया जायेगा। जिले में 30 सितंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह के विविध कार्यक्रम हो रहे हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि जनपद में कुल 4127 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। जहां पर आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी और सहायिकाओं को मिलाकर कुल 6437 कार्यरत हैं। जिन्हें इसी महीने से बढ़े हुए मानदेय उनके कार्यों को देखते हुए दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में जनपद में 3306 आंगनबाड़ी, 518 मिनी आंगनबाड़ी और सहायिकाओं की संख्या 3113 है। जिन्हें इस महीने से लाभ मिलना शुरू हो जायेगा। उन्होंने बताया कि यह सभी लाभांश उनके परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है। जिसके लिए दो कैटेगरी बनाई गई है, जिसमें से एक अनुपूरक पोषाहार वितरण के निर्देश के अनुसार सभी पंजीकृत लाभार्थियों को प्रत्येक माह अनुपूरक पोषाहार का शत-प्रतिशत वितरण करना। दूसरी कैटेगरी में समस्त पंजीकृत लाभार्थियों के लिए पोषक ट्रैकर के सभी क्षेत्रों का प्रत्येक माह शत-प्रतिशत क्षेत्र में कार्य पूर्ण करना है। यदि इन दोनों मापदंडों को यह लोग पूरा करती हैं तो यह लाभ उन्हें मिलेगा। इसके अलावा चिन्हित अतिकुपोषित सभी बच्चों का प्रबंधन नियमित रूप से करना तथा एनीमिया की जागरूकता करते हुए अस्वस्थ माता तथा किशोरियों की संख्या में कमी लाना भी होगा।
बताते चले कि उत्तर प्रदेश सरकार ने तकरीबन 3.73 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं का मानदेय बढ़ा दिया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मानदेय के साथ अब बतौर प्रोत्साहन राशि प्रतिमाह 1500 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 1250 रुपये और आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 750 रुपये और मिलेंगे। इससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का जहां सात हजार रुपये तक मानदेय हो जायेगा, वहीं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का 5500 और आंगनबाड़ी सहायिकाओं का मानदेय चार हजार रुपये हो जायेगा। प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार वी हेकाली झिमोमी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक प्रोत्साहन राशि को परफार्मेंस से जोड़ते हुए नये सिरे से मानक तय किए गये हैं। इस जानकारी पर जनपद के आंगनबाड़ी केद्रों पर तैनात आगनबाडी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है।