ज़मानियां। तहसील मुख्यालय के पास स्थित रामलीला मैदान में चल रहे मनोनीत सभासदों का क्रमिक धरना गुरूवार को विधायक सुनीता सिंह के आश्वासन पर समाप्त हो गया।
ज्ञात हो कि नगर पालिका परिषद द्वारा कराये गये कार्यो कि जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग तथा सतुआनी घाट पर रखी मूर्ति को हटाने को लेकर राम चबूतरे पर क्रमिक धरना भाजपा के मनोनीत सभासदों द्वारा किया जा रहा था। जहां 2 सितंबर को विधायक सुनीता सिंह ने पहुंच कर धरना समाप्त करने की बात कही थी और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया था लेकिन भाजपा के मनोनीत सभासद नहीं माने और धरना पर बैठे रहे। जिसके बाद लगातार क्रमिक धरना जारी रहा। क्रमिक धरना पर बैठे मनोनीत सभासद की दो मांगे थी। पहली कि नगर पालिका द्वारा कराये गये कार्यो की जांच कर नगर पालिका अध्यक्ष के वित्तीय अधिकार सीज करते हुए दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई तथा दूसरी मांग नगर के सतुआनी घाट के पास सरकारी भूमि पर रखी भगवान बुद्ध की मूर्ति को हटाया जाए। दोनों में से एक भी मांग पूरा नहीं हुआ और क्रमिक धरना भी समाप्त हो गया। ऐसे में बड़ा सवाल है कि जब भाजपा के लोगों द्वारा अपनी मांग को मनवाने के लिए करीब एक माह तक क्रमिक धरना करने के बाद भी परिणाम शून्य रहा तो आम लोगों कि क्या बिसात की वे अपना कोई भी काम सहजता से करा लें। इस धरना प्रदर्शन से यह बात साबित होती है कि प्रशासन अपने अनुसार जो चाहे वो करवा सकता है। गुरुवार को जमानियां की विधायक सुनीता सिंह के आश्वासन पर धरना समाप्त करना अपने आप में एक सवाल छोड रहा है। हालांकि उनके द्वारा बार बार कहा जा रहा है कि सरकार भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करेगी और दोषियों को नहीं छोड़ा जाएगा। लेकिन कब इसका कोई समय सीमा तय नहीं है। इस अवसर पर कमल कुमार निगम, सन्तोष पांडेय, संतोष जायसवाल, अनिल कुमार गुप्ता, विशाल वर्मा, सुनील कुमार गुप्ता, शाहजमाँ खान, गुलाम जिलानी खान, राजू रतन सिंह यादव, शाहबाज अली, पुष्पा निषाद, शेषनाथ चौधरी आदि लोग उपस्थित रहे।