सुरेश कुमार प्रजापति एवं गिरीश चन्द्र यादव एस.आर.एफ.के लिए हुए संस्तुत

सुरेश कुमार प्रजापति एवं गिरीश चन्द्र यादव एस.आर.एफ.के लिए हुए संस्तुत

जमानियां। स्थानीय हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिंदी संस्कृत अंग्रेजी अर्थशास्त्र इतिहास रसायन शास्त्र विषयों में शोध कार्य हो रहा है। शोध में प्रवेश हेतु शिक्षार्थी यू जी सी की नेट परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त करने पर जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए चयनित होते हैं और दो वर्ष तक उन्हें इकतीस हजार रुपए छात्रवृत्ति प्रति माह की दर से मिलती है। तत्पश्चात सीनियर रिसर्च फेलोशिप हेतु चयन समिति की बैठक आहूत की जाती है यदि शोधार्थी यू जी सी द्वारा निर्धारित योग्यता पूर्ण करता है तो उसके नाम की संस्तुति एस आर एफ के लिए की जाती है।

हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाग में जे आर एफ से एस आर एफ की संस्तुति हेतु समिति की बैठक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शरद कुमार की अध्यक्षता में हिंदी विभाग में सम्पन्न हुई। बैठक में केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के प्रो उमापति दीक्षित विभागाध्यक्ष नवीकरण एवं भाषा प्रसार विभाग ने वाह्य विशेषज्ञ के रूप में सहभागिता की। हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री के निर्देशन में शोधरत सुरेश कुमार प्रजापति को “राष्ट्रीय नवजागरण में भोजपुरी साहित्य की भूमिका” तथा सेवानिवृत्त पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र तिवारी के निर्देशन में शोधरत गिरीश चंद्र यादव को ‘मार्कण्डेय के कथा साहित्य में यथार्थ बोध’ शीर्षक पर शोधकार्य के मूल्यांकन एवं मौखिकी के उपरांत जे.आर.एफ से एस. आर.एफ.में प्रोन्नति की सहर्ष संस्तुति की गई।
चयन समिति में महाविद्यालय आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी डॉ. अरुण कुमार सहित विभागीय प्राध्यापक डॉ अंगद प्रसाद तिवारी, डॉ संजय कुमार राय, प्रो लाल चंद पाल, प्रो बिपिन कुमार उपस्थित रहे।