राजकीय धान क्रय केंद्र पर रखने की मुकम्मल व्यवस्था आशुतोष चौरसिया

राजकीय धान क्रय केंद्र पर रखने की  मुकम्मल व्यवस्था आशुतोष चौरसिया

 गाजीपुर के जमानियां राजकीय धान क्रय केंद्र के अधिकारी मौसम के अचानक करवट लेने से किसानों की परेशानी को देखते हुए लंबी लंबी तिरपाल की व्यवस्था कराई। बताया जाता है। की राजकीय धान  क्रय केंद्र पर बड़ी मात्रा में धान बेचने गए बोरी को भींगने से बचाने के लिए अधिकारी पूरी तैयारी कर चुके हैं जो बारिश में भीग रहे थे। विपणन अधिकारी अपने कर्मियों से लंबी लंबी तिरपाल मंगा कर धान की बोरियों को छिपाया। क्यों की क्रय केंद्र पर धान रखने के लिए पर्याप्त टीन शेड और सुरक्षित स्थान न होने के कारण खुले आसमान के नीचे रखे गए बोरियों को बारिश से बचाने के लिए ठोस बंदोबस्त कराया। ताकि किसानों की फसल भीग नही पाए। क्रय केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि धान सूखने के बाद ही उसकी तौल कराई जाएगी। इससे किसान परेशान हैं। 

राजकीय धान क्रय केंद्र पर अपने धन को बेचने जाए किसानों की परेशान को देखते हुए। विपणन अधिकारी आशुतोष चौरसिया ने बताया कि किसान अपनी रजिस्ट्रेशन कराने के बाद अपनी बारी बारी से धान की तौल कराया। लेकिन एकाएक बदलता मौसम उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इसके बाद भी किसान अपनी धान बेचने के लिए इंतजार में खड़ा रहा। इस लिए की केंद्र पर तिरपाल की ठोस व्यवथा कराई गई। ताकि धान की बोरियां भींग नही पाए।

उन्होंने कहा कि किसानों की धान क्रय केंद्र पर तौल कराई जा रही है। और किसान प्रतिदिन केंद्र में आकर अपने धान को बेच रहे है। चौरसिया ने बताया कि किसान अपने धान को बेचने के लिए पहले टोकन काटना होता है। उसके बाद धान बिक्री की तिथि मिलने के बाद वह अपने धान को बिक्री के लिए खरीदी केंद्र लेकर आता है। राजकीय धान क्रय केंद्र पर रखे धान की बोरियों को तिरपाल से ढका गया।