एडीएम ने आमजनमानस को वज्रपात के दौरान क्या करें न करें की दी जानकारी

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गाजीपुर। अपर जिलाधिकारी वि0रा0 राजेश कुमार सिंह ने समस्त आमजनमानस को वज्रपात के दोैरान घर या कार्यस्थल पर हो तो क्या करें और क्या न करें के सम्बन्ध मे विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए सूचित किया है कि आसमान में अंधेरा छा जाये और तेज हवा हो तो सतर्क हो जाएं। यदि आप गड़गड़ाहट सुनते है, तो समझ लें कि बज्रपात होने वाला है। जब तक बिल्कुल आवश्यक न हो बाहर न जाएं। याद रखें, बिजली की चमक और गड़गड़ाहट के बीच सेंकंड की गिनती करके और से विभाजित करके, आप स्ट्राइक से अपनी दूरी का अनुमान लगा सकते है।अद्यतन जानकारी और चेतावनी निर्देशो के लिए स्थानीय मीडिया की निगरानी रखें।घर के अंदर रहें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचे। अपने घर के बाहर खिड़कियोे और दरवाजों और सुरक्षित वस्तुओं को बंद
करें। सुनिश्चित करें कि बच्चे और जानवर अंदर है। अनावश्यक विजली के उपकरणों को अनप्लग करें। पेड़ की लकड़ी या किसी अन्य मलबे को हटा दें जो हवा में उड़कर दुर्घटना का कारण बन सकता है। वज्रपात पशुधन के लिए एक बड़ा खतरा है। आंधी के दौरान पशुधन अक्सर पेड़ों के नीचे इकटठा हो जाता है और एक ही वज्रपात में कई जानवरों की जान जा सकती है। बज्रपात के दौरान जानवरों को आश्रय में ले जाना चाहए।
क्या न करें-
स्नान करने से बचें और बहते पानी से दूर रहे, क्योंकि बिजली धातु के पाइप के साथ यात्रा कर सकती है। दरवाजे, खिड़कियां, स्टोव, रेडिएटर्स, सिंक, बाथटब या किसी अन्य इलेक्ट्रिकल कंडक्टर से दूर रहे। बिजली के उपकरणों का उपयोग करने से बचें।
वज्रपात के दौरान बाहर/खुले में हो तो क्या करें और क्या न करें, क्या करें, तुरंत सुरक्षित आश्रय पर जाएं। इमारतें आश्रय के लिए सर्वोत्तम है लेकिन यदि कोई इमारत उपलब्ध नहीं है तो आप एक गुफा, खाई या एक घाटी में सुरक्षा पा सकते है। यदि आपको कोई आश्रय नहीं मिल रहा है, तो क्षेत्र की सबसे उंची वस्तु से बचें । यदि आस-पास केवल पेड़ है तो जमीन में नीचे झुककर बैठ जाएं। नीची सतह वाले आश्रय के नीचे छुपें और सुनिश्चित करें कि चुने गये स्थान में बाढ़ की संभावना नहीं हेै। धातु की वस्तुओं और संरचनाओं से बचें। आपकी गर्दन या पीठ की त्वचा पर झुनझुनी होने लगे या बाल खड़े होने लगे तो समझे कि वज्रपात आसन्न है, तुरन्त जमीन पर लेट जाएं।
क्या न करें,
जमीन पर सीधे न लेटें बल्कि सिमट कर गठरीनुमा आकर में लेटें। फोन बिजली के तार की फेन्सिग पेड़ आदि से दूर रहेें। पानी से बाहर निकलें। यदि छोटी नाव आदि में है तो तुरन्त बाहर निकलें। पेड़ के नीचे कदापि शरण न ले क्योकि लंबे पेड़ बिजल को आकर्षित करती है। -रबर-सोल वाले जूते और कार के टायर बिजली से सुरक्षा प्रदान नहीं करते है।वज्रपात के दौरान यदि यात्रा कर रहें तो हो तो क्या करें और क्या न करें
,क्या करें-
साइकिल, मोटर साइकिल, टैªक्टर आदि वाहनों से नीचे उतरें क्योकि यह बिजली को आकर्षित कर सकते है। एक सुरक्षित आश्रय में जाओ। यदि नौका बिहार या तैराकी कर रहे हो तो पानी से निकलकर जल्दी से जल्दी जमीन में पहुंचे और शरण लें। तूफान के दौरान, आपके वाहन में तब तक रहें जब तक मदद नहीं पहुचती या तूफान गुजर नही जाता धातु की छत सुरक्षा प्रदान करेगी यदि आप अंदर धातु को नहीं छू रहे है । खिड़कियां ऊपर होनी चाहिए। गाड़ी को पेड़ों और बिजली लाइनों से दूर पार्क करे ।
वज्रपात सुरक्षा के उपाय
बिजली की गतिविधि के दौरान सबसे सुरक्षित स्थान एक बड़ी और बन्द इमारत है, जैसे घर, स्कूल कार्यालय आदि। एसयूवी, मिनीवेन, बस, ट्रैक्टर, आदि भी कुछ हद तक सुरक्षित हो सकते है। सुरक्षित आश्रय की तलाश करें, जब आप पहली बार गड़गड़ाहट सुरते है तथा अंधेरे व गरज वाले बादल देखते है। लम्बे-लम्बे वुक्षों के नीचे आश्रय न लें। पेड आपको सूखा रहने में मदद कर सकता है। लेकिन बिजली की चपेट में आने से आपके जोखिम को बढा देगा, बारिस आपको नहीं मारेगी, लेकिन बिजली आपको मार देगी।