गहमर। तहसील क्षेत्र के बसुका नटवा के बारी मे कच्ची सड़क पर लगे कीचड़ और जलजमाव से आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर रोपा धान। चेताया कि अगर जल्द ही सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो तहसील और ब्लॉक मुख्यालय पर हम प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
प्रदेश की योगी सरकार भले ही आज गरीबों की हितैषी और विकास के तमाम दावे कर रही है लेकिन इसका जमीनी हकीकत कुछ और ही है। इसका जीता जागता उदाहरण मोहम्मदाबाद विधानसभा, बलिया संसदीय क्षेत्र के सेवराई तहसील अंतर्गत रेवतीपुर विकासखंड का बसुका गांव विधानसभा के अंतरिम गांव में से एक है। जहां गांव के नटवा के बारी में करीब सैकड़ों परिवारों के हजार लोग निवास करते हैं। लेकिन वोट बैंक कहे जाने वाले इन लोगों के आवागमन के लिए अभी तक पक्की सड़क भी मयस्सर नहीं है। लोगों को आज भी मुख्य सड़क से गांव तक कीचड़ और जलजमाव युक्त कच्चे रास्ते से होकर ही गंतव्य तक जाना होता है। आए दिन लोग गिरकर चोटिल होते रहते हैं वही गर्भवती महिलाओं को काफी परेशानियां भी उठानी पड़ती हैं। गौरतलब हो कि लोगों ने सड़क निर्माण के लिए कई बार उच्च अधिकारीओ एवं संबंधित जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया बावजूद इसके दो दशक बाद भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने जलजमाव और कीचड़ युक्त सड़क पर धान की रोपाई कर अपना विरोध प्रदर्शन किया। चेताया कि अगर जल्द ही सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया गया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में हम अपने मत का बहिष्कार करेंगे।
इस दौरान शंकर राजभर, दीपक राय, जवाहिर राय, संदीप राजभर, राजेश राजभर, राम अवतार, मनीष राजभर, मृत्युंजय राजभर, झब्बू राजभर, सोनू यादव आदि के साथ दर्जनों ग्रामीण महिलाएं भी मौजूद रही।