भागवत कथा श्रवण के महत्व की श्रद्धालुओं को दी गई जानकारी

भागवत कथा श्रवण के महत्व की श्रद्धालुओं को दी गई जानकारी

गहमर(गाजीपुर)। स्थानीय गांव के गोविंद राय पट्टी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भवन (कुबेर निवास)में चल रहे आठ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा एवं महापुराण ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन कथावाचक डॉ राजकुमार तिवारी ने भागवत कथा श्रवण के महत्व बारे में श्रद्धालुओं को विस्तार से जानकारी दी।

कथा से पूर्व आयोजन कर्ता डॉक्टर अभिमन्यु उपाध्याय ने कथावाचक एवं आचार्य का माल्यार्पण कर वह श्रीमद् भागवत महापुराण की आरती उतारकर कथा का श्री गणेश किया। कथा वाचक डॉक्टर राजकुमार तिवारी ने कहा कि सत्संग करने, कथामृत पान करने, सज्जनों की संगति , भगवत परायण लोगों के साथ हरि चर्चा करने से मन के विकार दूर होते हैं। सद्ज्ञान एवं निर्मल भाव की प्राप्ति होती है। ये सभी प्रभु कृपा से ही प्राप्त होता है। तीसरे दिन की कथा में विदुर नीति, कपिल देवहुति संवाद, ध्रुव चरित्र, अजामिल संवाद, राहुगण और जड़ भरत की कथा को मार्मिक एवं संगीत माया ढंग से सुनाया। काफी देर तक भक्त भक्ति एवं ज्ञान के सागर में गोते लगते रहे। सोमवार की कथा के मुख्य यजमान हरिबंश उपाध्याय, पार्वती देवी एवं नयनतारा देवी रही। इस अवसर पर डॉक्टर कृष्णानंद उपाध्याय, डॉक्टर अखिलानंद उपाध्याय, अरविंद उपाध्याय, रवि सिंटू, कमलावती, संतोष, रोहित, अमरनाथ, बंगाली बाबू, दामोदर मास्टर आदि लोग मौजूद रहे।