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गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जननी सुरक्षा योजना, ओपीडी संचालन, हेल्थ वेलनेस सेंटरों की स्थिति, मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं सहित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा की गई।
महिलाओं को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा
डीएम ने गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने और उन्हें निःशुल्क भोजन, दवा एवं ड्रॉप बैक सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रसव के बाद महिलाओं को 48 घंटे तक अस्पताल में ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
स्वास्थ्य केंद्रों की निगरानी के निर्देश
- हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
- सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) एवं एनएम (नर्सिंग मिडवाइफ) की नियमित उपस्थिति अनिवार्य हो।
- सभी सीएचसी व पीएचसी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे रिकॉर्डिंग मोड में संचालित किए जाएं।
- अस्पतालों में मरीजों के लिए बैठने और पेयजल की समुचित व्यवस्था हो।
स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा और निर्देश
बैठक में ई-कवच, जननी सुरक्षा योजना (JSY) भुगतान, मातृत्व मृत्यु दर, परिवार कल्याण कार्यक्रम, टीकाकरण, आशा कार्यकर्ताओं के भुगतान, क्षय रोग नियंत्रण, कुष्ठ उन्मूलन, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आयुष्मान कार्ड, जन्म-मृत्यु पंजीयन और टीबी रोग नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा की गई। डीएम ने कहा कि शासन की सभी योजनाओं का 100% क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए और कोई भी पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित न रहे।
निजी अस्पतालों पर कड़ी निगरानी
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) को निर्देशित किया कि जनपद में पंजीकृत निजी चिकित्सालयों का सत्यापन कराया जाए और अवैध रूप से संचालित अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
विशेष टीबी अभियान की समीक्षा
बैठक में विशेष टीबी अभियान की प्रगति की समीक्षा की गई, जिसमें सीएचसी गोड़उर, भदौरा, मरदह, सादात, मनिहारी और बिरनो की खराब प्रगति पर नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया। डीएम ने निर्देश दिया कि एमओवाईसी (मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज) प्रतिदिन वर्चुअल समीक्षा कर प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक में अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, मुख्य चिकित्साधिकारी सुनील पांडेय, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एनएचएम), समस्त एमओवाईसी सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए सभी स्तरों पर सतर्कता और तत्परता के साथ कार्य किया जाए।