कंदवा(चन्दाैली)। क्षेत्र के गोरखा हनुमान मंदिर पर इमिलिया गोरखा मानस समिति के तत्वाधान में चल रहे पांच दिवसीय श्री रामकथा के तीसरे दिन बुधवार को कथावाचकों ने श्रद्धालुओं को राम कथा के रसवर्षा में सराबोर कर दिया।
वाराणसी से आए कथावाचक सच्चिदानंद त्रिपाठी ने कहा कि श्रीराम ने सदैव मानवीय मर्यादाओं का पालन किया।वे देश और समाज के लिए ही नहीं सारे विश्व के लिए अनुकरणीय हैं।कहा कि भगवान श्री राम ने जो भी कार्य किए वह सभी कार्य क्षण मात्र में कर सकते थे। लेकिन मानवीय मर्यादाओं का पालन करने को उन्होंने मानवीय सीमाओं में रहते हुए किए। इसी लिए उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। कहा कि हम सभी को प्रभु श्रीराम के आचरण का अनुसरण कर जीवन से मुक्ति पाने का मार्ग पकड़ना चाहिए। राम चरित मानस हमें अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहते हुए उन्हें निभाने की सीख देता है। वहीं आजमगढ़ से आए कथावाचक गोविंद शास्त्री ने लक्ष्मण शक्ति के प्रसंग का मार्मिक वर्णन कर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर सूर्यभान सिंह, हरीश सिंह, सतीश सिंह, विनोद तिवारी, पारस सिंह, इंदल सिंह बाबा, कपिलदेव उपाध्याय, सियाराम यादव, पप्पू सिंह, राम अवतार आदि लोग मौजूद रहे।