
जमानिया। क्षेत्र के द्रोणा तीरंदाजी एकेडमी के लिए यह एक ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण क्षण है। अकादमी के दो होनहार तीरंदाज — युवराज सिंह निवासी बरूइन और विराट मौर्य निवासी बूढ़ाडीह, जिनकी उम्र 12 वर्ष से कम है, का चयन भारत सरकार की बहुचर्चित ‘खेलो इंडिया’ योजना के अंतर्गत दमन दीव केंद्र शासित प्रदेश के खेलो इंडिया केंद्र में हुआ है। द्रोणा तीरंदाजी एकेडमी को गर्व — खेलो इंडिया योजना में 12 वर्ष से कम उम्र के तीरंदाज युवराज और विराट का चयन हुआ।
यह सफलता इन दोनों बाल खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत, अनुशासन, और उनके प्रशिक्षकों की मेहनत तथा मार्गदर्शन का प्रतिफल है। अप्रैल माह में आयोजित चयन प्रक्रिया में युवराज और विराट ने भाग लिया और अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित करते हुए स्थान अर्जित किया। इनके चयन से न केवल उनके गांव, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है। खेलो इंडिया योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को बढ़ावा देना और देश के कोने-कोने से उभरती प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। चयनित खिलाड़ियों को खेल प्रशिक्षण, पोषण, शिक्षा और अन्य आवश्यक जरूरतों के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे बिना किसी अड़चन के अपनी खेल यात्रा को आगे बढ़ा सकें। इस उपलब्धि पर अकादमी के संस्थापक एवं मुख्य कोच सतीश दुबे ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि हमारे नन्हे तीरंदाजों ने ‘खेलो इंडिया’ जैसी प्रतिष्ठित योजना में स्थान प्राप्त किया। यह उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। हम उन्हें उनकी आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएं देते हैं और यह विश्वास दिलाते हैं कि अकादमी हर कदम पर उनका सहयोग करती रहेगी। स्थानीय सहायक कोच संदीप यादव और अकादमी से जुड़े अन्य राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने भी इस उपलब्धि की सराहना की और दोनों बाल खिलाड़ियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। द्रोणा तीरंदाजी एकेडमी ने हमेशा से ही प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को तराशने और उन्हें सही मंच देने का कार्य किया है।
अकादमी के प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल खिलाड़ियों की शारीरिक क्षमता को बढ़ाते हैं, बल्कि उनमें अनुशासन, नेतृत्व और खेल भावना का भी विकास करते हैं। अंत में, अकादमी परिवार की ओर से सभी अभिभावकों, प्रशिक्षकों और शुभचिंतकों को उनके निरंतर समर्थन के लिए हृदय से धन्यवाद दिया गया। यह सफलता पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा है और आने वाले भविष्य में और भी कई खिलाड़ियों के उज्ज्वल सफर की उम्मीद जगाती है।