गाज़ीपुर। परिवार परामर्श केंद्र द्वारा पुलिस लाइन के प्रांगण में पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में कुल 33 पारिवारिक विवाद प्रस्तुत हुए।
इनमें शकुंतला पाल पत्नी बृजनंदन उर्फ मनोहर पाल निवासी गोपालपुर थाना करीमुद्दीनपुर की शिकायत थी कि उसके पति तथा ससुराल पक्ष के लोग अकारण ही उसे मारते पीटते रहते हैं। इस पर पति को समझा कर विदाई करवाई गई। पूनम कुमारी पत्नी जयप्रकाश बनवासी निवासी जोगापुर थाना मिर्जामुराद जनपद वाराणसी की शिकायत थी कि उसके पति उसके मायके से हमेशा रुपए की मांग करते रहते हैं इस पर पति को समझाकर विदाई करवाई गई। धनमति देवी पत्नी प्यारेलाल निवासी सोल्हनपुर थाना करंडा की शिकायत थी उसके पति उसके चरित्र पर शंका करते रहते हैं, जिससे हमेशा लड़ाई झगड़ा होता रहता है, इस पर पति तथा धनमती को समझाकर विदाई करवाई गई। देवंती शर्मा पत्नी दीपक शर्मा निवासी दत्तर पुर थाना मोहम्मदाबाद गाजीपुर की शिकायत थी कि उसके पति दूसरी पड़ोसी लड़की से हमेशा मोबाइल से बात करते रहते हैं इस पर पति को समझा कर विदाई करवाई गई। नंदन देवी पत्नी कैलाश निषाद निवासी चौकड़ी थाना शादियाबाद की शिकायत थी कि उसके पति उसे तथा उसके बच्चों को हमेशा मारते पीटते रहते हैं इस पर पति को समझाकर विदाई करवाई गई। कुशलता के बाद आठ पारिवारिक विवाद के प्रकरण को बंद कर दिया गया तथा सात पारिवारिक विवाद के प्रकरण को विधिक कार्यवाही का सुझाव देते हुए बंद कर दिया गया। तीन पारिवारिक विवाद में दोनों पक्ष उपस्थित नहीं थे। इन सभी प्रकरण के निस्तारण में महिला प्रकोष्ठ प्रभारी सुमन त्रिपाठी, विक्रमादित्य मिश्र, शिवशंकर तिवारी, सरिता गुप्ता ,वीरेंद्र पाल, सोनिया सिंह, महिला आरक्षी पल्लवी, रागिनी चौबे आदि लोग उपस्थित थे।