गाजीपुर। लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस इन दिनों जनपद गाजीपुर के लिए जीवनदायिनी साबित होती नजर आ रही है। जिसका नजारा पिछले दिनों घायल मजदूर के मामले में देखने को मिला था। जब मजदूर के पेट में तीन सरिया घुसी थी। उस मजदूर को इलाज के लिए लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के माध्यम से ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर किया गया था।
वही एक बार फिर एएलएस एंबुलेंस वाराणसी के दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय मैं तैनात डॉ राकेश कुमार सिंह जो अपने घर गाजीपुर आए हुए थे। इसी दौरान डॉ राकेश कुमार सिंह कोरोना पॉजिटिव ही गए। जिन्हें जिला अस्पताल के द्वारा गुड़गांव स्थित मेदांता हॉस्पिटल के लिए रेफर किया गया। और एएलएस एंबुलेंस के द्वारा उन्हें शुक्रवार को गुड़गांव स्थित मेदांता में एडमिट कराया गया।
एएलएस एंबुलेंस के प्रभारी रविर वर्मा ने बताया कि शुक्रवार की तड़के सुबह क़रीब 5 बजे ज़िला अस्पताल के अधिकारियों व इमरजेंसी में उपस्थित डाक्टर द्वारा डॉ राकेश कुमार सिंह उम्र 40 वर्ष को गुड़गाँव के अस्पताल के लिए रेफ़र किया गया । एडवांस लाईफ़ सपोर्ट उपलब्ध करने के लिए तत्काल मोबाइल द्वारा लखनऊ के 108 काल सेन्टर में जानकारी दी। तथा सहायता के लिए एडवांस लाईफ़ सपोर्ट की माँग की। जिसमें पीड़ित को गुड़गाँव के अस्पताल ले ज़ाया जा सकें । तत्काल पीड़ित को देखते हुए ईएमटी राम कुमार शुक्ला की देखरेख में गुड़गाँव के अस्पताल को रवाना हुए ।एडवांस लाईफ़ सपोर्ट एम्बुलेंस के EMT राम कुमार शुक्ला की देखरेख में पीड़ित को जिसमें दो पायलट अमीत कुमार यादव तथा आशीष पटेल के सहयोग से ज़िला ग़ाज़ीपुर से गुड़गाँव के लिए रवाना हुए
24 घन्टा की लगातार सफ़र के दौरान ईएमटी राम कुमार शुक्ल ने कोरोना पीड़ित की ईएमटी के देखरेख में असुविधा तथा दवाइयाँ का ख़्याल रखा । गुड़गाँव के अस्पताल में जगह न ख़ाली होने के कारण उन्हें 3 से 4 घन्टे तक ईएमटी ने ऐंबुलेंस में ही इलाज जारी रखा ।
ए एल एस एंबुलेंस सेवा के प्रभारी रवीर वर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में जनपद में 42 एम्बुलेंस 102 सेवा, 108 एम्बुलेंस 37 एवं एएलएस एंबुलेंस सेवा की 3 एंबुलेंस मौजूद हैं। जिसमें से 108 नंबर की 9 एवं 1 एएलएस एम्बुलेंस को कोविड संक्रमित मरीजों के लिए सुरक्षित किया गया है।
108 एवं ए एल एस एंबुलेंस द्वारा अगस्त महीने में लगभग 540 तथा सितंबर महीने में अभी तक लगभग 40 कोरोना संक्रमित मरीजों को कोविड एल 1, एल 2 एवं एल 3 अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है।