मार्च निकाल कर किया सभा

मार्च निकाल कर किया सभा

जमानियां। भाकपा (माले)अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के कार्यकर्ताओ ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को विभिन्न जनहित के मुद्दों पर पाडे़य मोड़ स्थित कार्यालय से रामलीला मैदान तक मार्च किया। जिसके बाद रामलीला मैदान में मार्च सभा मे तब्दील हो गया। जिसमें वक्ताओं ने सरकार को जम कर कोसा। 

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि बिना किसी योजना के जिस तरह से मोदी सरकार ने लाकडाउन कर दिया। जिससे गरीब, छोटे मझोले, दुकानदारों, मेहनत मजदूरी करके जिन्दा रोजाना राशन खरीद कर पेट भरने वाले गरीबों का निवाला छिन लिया। गरीबों को भुखमरी से बचाने के लिए गाॅवों मे दो सौ दिन काम देने,पाॅच सौ रूपया मजदूरी देने की जरूरत है। ऐसे समय मे मोदी योगी सरकार, केवल बयान बाजियों से पेट भर रही है। कोटेदार सरे आम दो किलो से तीन किलों तक गरीबों के राशन की कटौती कर रहे। मना करने पर गरीबों को भगा दे रहे है जबकि जरूरत है गरीबों का पेट भरने के लिए पर युनिट हर गरीब को महीने मे 15 किलो राशन, दाल, चीनी, तेल मसाला, साबुन और मास्क भी मुफ्त देने की आवाज उठाई, लगातार इन सवालों को शान्तिपूर्ण तरीके से उठाया जा रहा है। लेकिन योगी की सरकार कोई कारगर कदम उठाया होता तो गरीबों के सामने फाकाकसी की भुखमरी की स्थिति आ गई है। ऐसे समय में जब आर बी आई ने 31 अगस्त तक कर्ज वसूली पर रोक लगाया है। बावजूद इसके स्वंय सहायता समूह समेत अन्य गरीब महिलाओ , बटाईदार किसानों के के सी  सी का कर्ज जबरियां वसूली की जा रही है। उन्होने महिलाओ समेत सभी किसानों मजदूरो छोटे दुकानदारों का कर्ज माफ करने की माॅग उठाई। भाकपा(माले) के केन्द्रीय कमेटी सदस्य किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव  ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि  आज जरूरत है हर गरीब को दस हजार लाकडाउन गुजारा भत्ता दिया जाय। उन्होने कहा कि छुट्टा पशुओ ने किसानों की फसल पूरे जिले मे बर्बाद कर दिया उन्होने किसानों की बर्बाद फसल का मुआवजा देने ,किसानों फसल की बचाने के लिए कारगर कदम उठाने की माॅग उठाई। जब किसान मजदूर युवा परेशान है कोल से लेकर ,रेल चिकित्सा तक को अपने चहेते पूजीपति घरानों को बेच  रही है माले कार्यकर्ता बर्दाश्त नही करेगी। 31 अगस्त को हर ब्लाकों को घेरकर, रसोई गैस डीजल का रेट हाफ करों विजली बिल माफ करो सवाल को उठायेगी। सभा को राजेश वनबासी ,मंजूगोड़, सरोजयादव ,नंदकिशोर बिन्द, चंद्रावती देवी, रामप्रवेश विजयी, बुच्चीलाल, जगवली राजभर,  कुशवाहा ,योगेन्द्र भारती ने सम्बोधित किया संचालन रामप्यारेराम ने की – अंत मे तहसीलदार जमानियां को ज्ञापन सौपा गया।