गाजीपुर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली से प्राप्त निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में 12.12.2020 को प्रातः 10.00बजे राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया तथा मा0 महोदय द्वारा यह भी कहा गया कि लोक अदालत के माध्यम न सिर्फ मुकदमों का निस्तारण किया जाता है बल्कि समाज के लोगो के मध्य परस्पर वैमनस्यता भी समाप्त हो जाती है। श्री घनश्याम शुक्ल, प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारण हेतु नियत वादों की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गयी तथा उनके द्वारा जनपद न्यायाधीश के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रचार – प्रसार हेतु किये गये प्रयासों के बारे में संक्षेप में जनकारी दी गयी। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रत्येक प्रकार के कुल 7321 प्रकरण के मामले निस्तारण हेतु नियत किये गये थे । इस राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह समझौते एवं संस्वीकृति के आधार पर कुल 2810 वाद अंतिम रूप से निस्तारित किये गय, जिनमें राजस्व विभाग आदि के 1475 मामले एवं विभिन्न न्यायालयों द्वारा 790 मामले निस्तारित किये गये । मोटर दुर्घटना प्रकरण में प्रतिकर तथा उत्तराधिकार प्रमाण पत्र व अन्य मामलों में कुल मु 0 1,37,88,719/- के संबंध में आदेश न्यायालय द्वारा पारित किया गया। जनपद के टेलिफोन, बीमा कम्पनी व विभिन्न बैंक के बकाया ऋण संबंधी प्री – लीटिगेशन के कुल 545 मामले निस्तारित किये गये , जिसके द्वारा लगभग 20610921 /- रूपये के बकाया बिल एवं ऋण वसूली की कार्यवाही पूर्ण हुई है। जनपद न्यायाधीश रामेश्वर द्वारा लोक अदालत की सफलता पूर्वक समाप्ति पर प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की प्रशंसा की गयी एवं उनके द्वारा समस्त न्यायिक अधिकारीगण , वादकारीगण , अधिवक्तगण के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सहयोग देने हेतु धन्वाद ज्ञापित किया गया। प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण घनश्याम शुक्ल द्वारा जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण, अधिवक्तागण मीडिया कर्मी तथा पुलिस एवं प्रशासन विभाग के प्रति अपना धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आशा व्यक्त की
गई की वे इसी प्रकार से आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत में सहयोग प्रदान करते रहेगे।