गर्भवती महिलाओं ने चिकित्सीय जांच एवं स्वास्थ्य व पोषण परामर्श का उठाया निःशुल्क लाभ

गर्भवती महिलाओं ने चिकित्सीय जांच एवं स्वास्थ्य व पोषण परामर्श का उठाया निःशुल्क लाभ

गाजीपुर। गर्भवती के स्वास्थ्य की उचित देखभाल और प्रसव संबंधी जन जागरुकता के उद्देश्य से प्रत्येक माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया जाता है । इसी के क्रम में मंगलवार को जनपद के सभी ब्लाकों के स्वास्थ्य केंद्रों पर इसका आयोजन किया गया, जिसमें शामिल होकर गर्भवती ने चिकित्सीय जांच एवं स्वास्थ्य व पोषण परामर्श का निःशुल्क लाभ उठाया।

इस मौके पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद पर क्षेत्र की महिलाओं की जांच स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रजनी राय के द्वारा की गयी और नि:शुल्क चिकित्सीय परामर्श और जांच की सुविधा प्रदान की गयी । इस दौरान 112 महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) की गयी जिसमें 11 उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) वाली महिलाएं चिन्हित की गईं ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदबाद के अधीक्षक डॉ आशीष राय ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर दिवस का आयोजन पिछले कई माह से किया जा रहा है और जिसका सुखद परिणाम भी देखने को मिल रहा है । महिलाएं सैकड़ों की संख्या में यहां पहुंचकर जांच और इलाज की सुविधा प्राप्त कर रही हैं ।
बीपीएम संजीव कुमार ने बताया कि गर्भवती की जांच में एचआईवी , सिफलिस, शुगर, हाईपर टेंशन, प्रसव जटिलता, गंभीर रूप से एनिमिक और पहले सिजेरियन वाली गर्भवती की पहचान कर उनके सुरक्षित प्रसव का प्रबंधन किया जाता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जच्चा-बच्चा को सुरक्षित रखना तथा मातृ और शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लाना है। विभिन्न पैथालॉजी जांच के साथ ही अल्ट्रासाउंड की सुविधा सरकारी अस्पतालों पर नि:शुल्क उपलब्ध है।
लाभार्थी सुनीता ने बताया कि उन्हें चार माह का गर्भ है। आज वह अपने गांव से जांच कराने के लिए आई थी और डॉक्टर के द्वारा उनकी जांच की गई और हिमोग्लोबिन कम होने की बात कही गई। नि:शुल्क आयरन की गोली उपलब्ध कराई गई। साथ ही डॉक्टर के द्वारा क्षेत्र की आशा और आंगनबाड़ी के संपर्क में रहने की हिदायत दी गई।
इसके अलावा लाभार्थी राजकुमारी ने बताया कि डॉक्टर द्वारा जांच की गयी और हीमोग्लोबिन कम होने की बात कही गयी , जिसके लिए उन्हें आयरन की गोली के साथ ही इस दौरान दिनचर्या कैसे नियमित रहे इसके बारे में बताया गया। साथ ही प्रत्येक माह नियमित जांच की भी बात कही और ज्यादा समस्या आने पर जिला अस्पताल के डॉक्टरों से जांच और उचित सलाह की बात कही गई।