आधार कार्ड न बनने से ग्रामीणों में आक्रोश

आधार कार्ड न बनने से ग्रामीणों में आक्रोश

गहमर(गाजीपुर)। एशिया के सबसे बड़े गांव गहमर में 2-2 डाकघर होने के बावजूद आधार कार्ड ना बनाए जाने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व ग्राम प्रधान मुरली कुशवाहा ने नवागत जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह एवं महा डाकपाल लखनऊ सहित डाक विभाग के अन्य अधिकारियों को पत्र प्रेषित करते हुए समस्या से अवगत कराया।

गौरतलब हो कि फौजियों के गांव कहे जाने वाले गहमर गांव में एक लाख से अधिक की आबादी निवास करती है। इसके साथ ही यहां के युवा सेना में भर्ती के लिए हमेशा तैयारी में लगे रहते हैं। खुदरा, गदाईपुर, पचौरी, हथौरी, मनिया, सायर, भतौरा, रायसेनपुर आदि अगल बगल के दर्जनों गांव से भी सैकड़ों लोग प्रतिदिन आधार कार्ड बनवाने के लिए गहमर दोनो डाकघर का चक्कर लगा रहे हैं। कई बार संबंधित अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को सूचना देने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। उप डाकघर में आधार कार्ड ना बनाए जाने के कारण विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं एवं प्रवेश प्रक्रिया के लिए तैयारी कर रहे युवाओं एवं छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी एवं जद्दोजहद हो रही है। वही राशन कार्ड में नाम संशोधन के लिए भी आधार कार्ड ना होने से कई लोग राशन से भी वंचित हो रहे हैं। छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के लिए भी अब फार्म भरने के लिए आधार कार्ड की जरूरत पड़ रही है जो ना होने के कारण सैकड़ों छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित हो रहे हैं। पूर्व ग्राम प्रधान मुरली कुशवाहा ने हस्ताक्षर अभियान चलाते हुए क्षेत्र करीब डेढ़ सौ लोगों का हस्ताक्षर करा कर संबंधित पत्रावली उप जिलाधिकारी एवं मुख्य डाकपाल लखनऊ को भेजते हुए गहमर के दो डाक घरों में आधार कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया प्रारंभ करने की मांग की है।