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गाजीपुर। उपायुक्त श्रम रोजगार गाजीपुर ने बताया है कि 17.12.2021 को अपर आयुक्त(मनरेगा) महोदय, ग्राम्य विकास, लखनऊ द्वारा जूम के माध्यम से समस्त विकास खण्डों में कार्यरत खण्ड विकास अधिकारी/कार्यक्रम अधिकारी(मनरेगा), अति0 कार्यक्रम अधिकारी(मनरेगा), लेखाकार, कम्प्यूटर आपरेट, लेखा सहायक एवं ग्राम पंचायत में कार्यरत ग्राम रोजगार सेवकों की मनरेगा योजनान्तर्गत कार्यों की समीक्षा की गयी।
जिसमें मनरेगा के मूल बिन्दु-ग्राम पंचायत में अतिनिर्धन परिवार के सत्यापन व लाभार्थपरक कार्य से आच्छादित कराने, महिला मेट, मिशन-20/100 दिवस का पूर्ण रोजगार दिलाने, रिजेक्टेड ट्रांजेक्शन, 16 दिवस से अधिक का लम्बित मस्टररोल फीड न करने एवं विलम्बित भुगतान पर प्रगति न लाने के सम्बन्ध में गहरा रोष व्यक्त करते हुये त्वरित कार्यवाही के सम्बन्ध में निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद की प्रगति खराब होने के सम्बन्ध में विकास खण्डों की खराब रैंकिंग का निरीक्षण व परीक्षण किया गया। जिसमें जनपद के 14 खण्ड विकास अधिकारी/कार्यक्रम अधिकारी(मनरेगा) विकास खण्डों क्रमशः भदौरा, भांवरकोल, देवकली, सदर, करण्डा, कासिमाबाद, मनिहारी, मरदह, रेवतीपुर, सादात, सैदपुर, बिरनो एवं जमानिया द्वारा उक्त मूल बिन्दु की रैकिंग में खराब प्रगति व उदासीनता होने के दृष्टिगत इन्हे कारण बताओं नोटिस जारी किया गया तथा सचेत कराया गया है कि यदि तीन दिवस के भीतर मनरेगा योजना में संतोषजनक प्रगति नहीं लायी जाती है।
तो सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी एवं लेखाकार का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुये अनुशासनिक कार्यवाही हेतु प्रकरण शासन को सन्दर्भित करा दिया जायेगा, इसी प्रकार योजना के सफल संचालन व प्रगति के लिये तैनात विकास खण्ड स्तरीय 11 अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी(मनरेगा), 14 कम्प्यूटर आपरेट एवं 08 लेखा सहायक को भी कारण बताओं नोटिस जारी करते हुये उन्हे निर्धारित अवधि में प्रगति न लाने पर उनकी सेवा संविदा तत्काल प्रभाव से समाप्त किये जाने की कार्यवाही हेतु सचेत कराया गया है, साथ ही प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये ग्राम पंचायतों में केवल मनरेगा कार्य हेतु तैनात समस्त ग्राम रोजगार सेवको के मानदेय को अग्रिम आदेश तक तत्काल प्रभाव से आहरित न करने के सम्बन्ध में जनपद के समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है।