अधिवक्ताओं का मौन धरना प्रदर्शन

अधिवक्ताओं का मौन धरना प्रदर्शन

जमानियां। स्थानीय तहसील में बुधवार को बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी कार्यालय के सामने बरामदे में बैठ कर मौन धरना प्रदर्शन किया और पूर्व में की गयी मांगों पर अडिग बैठे रहे।

ज्ञात हो कि अधिवक्ता बीते सितम्बर महीने से ही न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर हड़ताल कर रहे है और जब हड़ताल से बात नहीं बनी तो अधिवक्ताओं ने पहले 10 अक्टुबर और फिर 12 अक्टुबर को तहसील में हुंकार भरी। जिसके बाद भी कुछ नहीं हुआ तो अधिवक्ताओं ने हड़ताल को धार देने के लिए उपजिलाधिकारी कार्यालय के सामने बरामदे में मौन बैठ गये। जिसके बाद उपजिलाधिकारी की ओर से पत्रक भेज कर बुधवार को वार्ता के लिए अधिवक्ताओं को बुलाया गया है। धरना में बैठने और जाते समय अधिवक्ता जलूस की शक्ल में जम कर नारे बाजी की। बार के अध्यक्ष गोरख नाथ सिंह ने बताया कि 01 सितम्बर 2018 से ही हड़ताल पर है और न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया हुआ है। इस दौरान कई बार वार्ता का दौरा चला है लेकिन उपजिलाधिकारी और तहसीलदार सहित तहसील में तैनात अधिकारी कर्मचारियों के रवैया में कोई परिवर्तन नहीं है। जिस कारण से हड़ताल के दौरान धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज उपजिलाधिकारी द्वारा वार्ता का आमंत्रण प्राप्त हुआ है। जिसको लेकर शनिवार को बैठक कर विचार विमश के बाद उनसे वार्ता की जाएगी। वही उपजिलाधिकारी विनय कुमार गुप्ता ने बताया कि अधिवक्ताओं से कई बार वार्ता की गयी है और छोटी छोटी बातों से अधिवक्तागण नाराज हो कर धरना पर चले जाते है। जल्द बैठ कर सब कुछ ठिक कर लिया जाएगा। इस अवसर पर रामजी राय‚ काजी शकील‚ सुरेन्द्र प्रसाद‚ उमाकान्त द्विवेदी‚ अनिल सिंह‚ काशीनाथ राय‚ आशुतोष राय‚ अशोक सिंह‚ रामजी राम‚ मेराज हसन‚ फैसल होदा‚ संजय दूबे‚ राजवंश यादव‚ पंकज तिवारी आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता गोरख नाथ सिंह ने किया।

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