जमानियाँ। स्थानीय तहसील में गुरुवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य व अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष फरीद अहमद गाजी ने राज्यपाल को संबोधित पॉच सूत्रीय मांग पत्र तहसीलदार घनश्याम को सौपा।
उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि करैशी समाज का उत्पीड़न वर्षो से उत्तर प्रदेश में चल रहा है इसे तत्काल बन्द करना चाहिए। मीट का कारोबार करने वाले करैशी समाज एवं उनसे सम्बन्धित लोग आज भूखमरी के शिकार है। स्लाटर हाउस पर पाबंदी लगा दिया गया तथा नवीनीकरण के नाम पर एक विशेष समाज का उत्पीडन किया जा रहा है जिससे उनके परिवार के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की समस्या पैदा हो गई है तथा रोजी-रोटी का मामला गम्भीर होता जा रहा है। छोटे-छोटे मीट दुकानदार व खरीददार का भी पुलिसीयां उत्पीड़न जारी है तथा सैकड़ो लोगों पर रासुका जैसे गम्भीर मुकदमे दर्ज कर दिये गये है। पुलिसियाँ उत्पीड़न व सरकार की दोहरी नीति के कारण चमड़े के कारखाने बन्द होते जा रहे है। उन्होंने विशेष वर्ग व व्यवसाय पर हो रहे उत्पीड़न को सरकार यथाशीघ्र बन्द करे। उक्त मौके पर मुस्लिम रजा, आजाद, साबिर कुरैशी, टेलू, चान्द, फहीम अहमद, अहमद अली आदि लोग मौजूद रहे।
पॉच सूत्रीय मांग
1.उत्तर प्रदेश में बन्द पड़े स्लाटर हाउस को आधुनिक तरीके से चालू कराया जाय तथा जिन जिलों में यह व्यवस्था नही है वहाँ इस ब्यवस्था को लागू किया जाय।
2.मीट बेचने वाले दुकानदारों के लिए लाइसेंस की प्रक्रिया को आसान किया जाय।
3.सपा सरकार में बन्द हुए कानपुर से लेकर हापुड़ तथा अन्य चमड़े के कारखानों को शीघ्र चालू करवाएं जाय।
4.लाइसेंस मानक मीट दुकानदारों से मीट खरीदकर लाने वालों का उत्पीड़न रोका जाय व कुरैसी समाज को इस सम्बन्ध में हेल्प लाइन जारी कराएं जाय।
5.करैशी समाज पर लगी रासुका एवं झूठे मुकदमों को वापस लिए जाय।