जमानियां। प्रधानमंत्री की अति महत्वाकांक्षी स्वामित्व योजना को लेकर तहसील प्रशासन कि ओर से गांवों में ड्रोन की मदद से सर्वे कार्य शुरू किया गया। जो वर्तमान समय में ड्रोन में तकनीकी दिक्कत कि वजह से रूक गया है।
ज्ञात हो कि वर्तमान में ग्राम पंचायतों का सरकारी और कृषि से संबंधित भूमि का ही ब्यौरा शासन और प्रशासन के पास उपलब्ध है। गांव में बने घरों, आवासीय भूमि के अभिलेख अभी तक नहीं बने हैं। गांवों में अक्सर संपत्ति विवाद, जमीन, खेत को लेकर झगड़े सामने आते हैं। अधिकांशत: ग्रामीणों के पास संपत्ति को लेकर कोई रिकार्ड नहीं हैं। तहसीलदार आलोक कुमार ने बताया कि चिरागी मौजे में ही सर्वे का कार्य चल रहा है। क्षेत्र के आबादी क्षेत्र, बसावट व उसके समीप के इलाके का सर्वे कर नक्शा बनाने का कार्य किया जा रहा है। संपत्ति पर मालिकाना हक दिलाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री द्वारा पंचायती राज दिवस के अवसर स्वामित्व योजना की शुरुआत की गई थी। इसके अंतर्गत गांव पंचायत के मकानों और आवासीय भूमि का सर्वे कराकर अभिलेख तैयार कराने और ग्रामीणों को मालिकाना हक देने की व्यवस्था है। उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि कर्मचारियों एवं अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द गुणवक्ता के साथ सर्वे का कार्य को पूरा कराया जाए। सर्वे कार्य का माॅनिटरिंग मेरे द्वारा स्वम की जा रही है। तहसील क्षेत्र में 119 राजस्व गांव का सर्वे किया जाना है। जिसकी समय सारणी तैयार है और अब तक 34 राजस्व गांव का सर्वे पूर्ण कर लिया गया है। इसी बीच सर्वे के दौरान ड्रोन में बीते दो दिसंबर को कुछ तकनीकी कमी कि सूचना मिली है। जिसके बाद से सर्वे का कार्य रूक गया है। संबंधित अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया है कि जल्द ड्रोन कि तकनीकी परेशानी को दूर कर सर्वे का कार्य निर्धारित 15 दिसंबर से पूर्व पूरा कर लिया जाएगा।