
गाजीपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण समिति एवं कंवर्जेंस समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य की अध्यक्षता में किया गया। बैठक में महिलाओं, बच्चों, किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री माताओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और पोषण उपलब्ध कराने के लिए संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।
बैठक में ब्लॉक मनिहारी एवं सदर के बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि निर्माणाधीन शौचालयों को 10 दिनों के भीतर पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। साथ ही मरदह के बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों की जानकारी न दे पाने पर उनका वेतन रोकने का आदेश दिया गया।
समीक्षा के प्रमुख बिंदु:
आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण, परियोजना कार्यालय की स्थिति और शौचालय अपग्रेडेशन की प्रगति
कायाकल्प, लर्निंग लैब, विद्युतीकरण की स्थिति
सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र, जीएमडी, पोषण ट्रैकर, सैम/मैम बच्चों की स्थिति
एनआरसी संदर्भन, ड्राई राशन वितरण, एवं प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की बिंदुवार समीक्षा
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता बच्चों और महिलाओं को कुपोषण से मुक्त कर स्वस्थ एवं सशक्त समाज का निर्माण करना है। उन्होंने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से आपसी समन्वय बनाकर गर्भवती महिलाओं और बच्चों को पोषण व स्वास्थ्य सुविधाएं देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी गर्भवती महिलाओं के खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाए, बच्चों का नियमित वजन हो और हरी सब्जियों के सेवन के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सैम-मैम चिन्हित बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच, पोषण सुधार, और जरूरत पड़ने पर एनआरसी में भर्ती कराना सुनिश्चित किया जाए। मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि वीएचएनडी कार्यक्रम नियमित आयोजित किए जाएं, मेडिकल कैंप लगाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण हो और ड्राई राशन का वितरण पारदर्शी तरीके से हो। मोबाइल नंबर का वेरिफिकेशन कर लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित की जाए ताकि कोई भी पोषक आहार से वंचित न रहे बैठक में जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र सरोज, डीसी मनरेगा, डीपीओ, सीडीपीओ सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।