जमानियाँ। क्षेत्र के दाउदपुर ग्राम स्थित अग्रणी विद्यालय आदित्य इण्टर कालेज में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को अनुशासन, लगन एवं परिश्रम के द्वारा पिछले वर्ष इण्टरमीडिएट की परीक्षा में प्रथम श्रेणी के साथ सर्वोच्च अंक प्राप्त करने व छात्राओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने पर पुरा छात्रा राजदुलारी प्रजापति को प्रधानाचार्य ओमनरायण राय द्वारा प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
छात्रा राजदुलारी प्रजापति ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिला दिवस का औचित्य तब तक प्रमाणित नहीं होता जब तक कि सच्चे अर्थों में महिलाओं की दशा नहीं सुधरती। वास्तविक सशक्तीकरण तो तभी होगा जब महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होंगी और उनमें कुछ करने का आत्मविश्वास जागेगा। महिला-पुरुष एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी नहीं होते हुए परस्पर सहयोग की भावना से बराबरी से आगे बढ़ सकते हैं। तभी सामाजिक ढांचा और राष्ट्र भी सुदृढ़ बनेगा। अत्याचार करने वाले किसी भी पुरुष के कारण संपूर्ण पुरुष जमात को दोष देने की होड़ से भी बचना हितकर रहेगा क्योंकि अत्याचार, व्यभिचार, दुराचार करने वाला सिर्फ अत्याचारी है, अपराधी है और उसे उसकी सजा मिलना चाहिए। महिलाओं को समान अधिकार, समान अवसर और ससम्मान स्वतंत्रता का पूर्ण अधिकार है। इसमें किसी संदेह की गुंजाइश भी नहीं है। सशक्त बनाने के लिए हमे आत्मिक रुप से मजबूत होना पड़ेगा। तभी बेहतर कल का निर्माण हो सकता है। उक्त मौके पर अनुराग पाण्डेय, जीउतबंधन सिंह, अरुण कुमार, मनोज सिंह, हिमांशु सिंह, किसलय सिंह, आनन्द खरवार, दिनेश रावत, सुरेश यादव, दुर्ग बहादुर, मदन सिंह आदि लोग मौजूद रहे। संचालन वृजेश कुमार ने किया।