
जमानियां। थाना क्षेत्र के कोटिया गांव में दहेज के लिए विवाहिता की हत्या के मामले में मृतक के भाई पवन कुशवाहा की तहरीर पर पुलिस ने शनिवार को चार लोगों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मृतक के भाई पवन कुशवाहा निवासी बड़ौरा, थाना सुहवल ने थानाध्यक्ष जमानियां को तहरीर देकर बहन अंशु कुशवाहा की हत्या के आरोप में ससुराल वालों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।तहरीर के अनुसार, अंशु कुशवाहा की शादी 4 दिसंबर 2024 को गौतम कुशवाहा के साथ हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार संपन्न हुई थी। शादी में उपहार स्वरूप नगद दो लाख रुपये, सोने की अंगूठी-चेन, बेड, टीवी, कूलर, सोफासेट व अन्य घरेलू सामान दिए गए थे। शादी के बाद से ही अंशु के ससुराल पक्ष के लोग एक लाख रुपये नकद और एक बुलेट मोटरसाइकिल की मांग करने लगे। मांग पूरी न होने पर उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाने लगा। परिजनों द्वारा समझाने के बाद भी स्थिति नहीं सुधरी। भाई का आरोप है कि 5 अप्रैल 2025 को सुबह 9:22 बजे अंशु के ससुराल से फोन कर तत्काल बुलाया गया। जब वह अपने चाचा महावीर कुशवाहा और भाई अमरेश के साथ ससुराल पहुंचे तो देखा कि अंशु मृत अवस्था में बेड पर पड़ी थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि अंशु की हत्या कर दी गई है और ससुराल वाले जल्दी-जल्दी अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रहे थे। मना करने के बावजूद ससुराल पक्ष दबाव बना रहा था। अंततः 112 नंबर पर सूचना देने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर थाने ले आई। आरोप है कि मृतका के ससुर मेघनाथ कुशवाहा ने मामले को रफा-दफा करने के लिए सात लाख रुपये की पेशकश भी की थी, जिसे परिजनों ने ठुकरा दिया। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि चार लोग मेघनाथ कुशवाहा, गौतम कुशवाहा, चंद्रकेश कुशवाहा और माली देवी के विरूद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है।